देहरादून जिले के मसूरी क्षेत्र में जाम की समस्या काफी लंबी है, क्योंकि पुराने समय से ही इस क्षेत्र में काफी ट्रैफिक रहता है। यहां आने वाले पर्यटकों को पीक टाइम में परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब यह समस्या जल्द ही खत्म हो जाएगी। मसूरी में पर्यटकों को अब ट्रैफिक जाम की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। केंद्र सरकार ने देहरादून-मसूरी मार्ग में 2.74 किलोमीटर लंबी सुरंग की परियोजना को मंजूरी दी है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने यह जानकारी दी है।
मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि इस परियोजना के लिए सुरंग के निर्माण में लगभग 700 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। टनल बनाने का प्रस्ताव बहुत पहले केंद्र सरकार को भेजा गया था। अब केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार करने के लिए एक कंसल्टेंट कंपनी भी तय की है।
मसूरी में पर्यटकों या स्थानीय लोगों को पीक सीजन के दौरान सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है। सुरंग के निर्माण के बाद मसूरी के स्थानीय लोगों के साथ-साथ विदेशों से बड़ी संख्या में पर्यटक न केवल मसूरी बल्कि टिहरी और उत्तरकाशी जिलों का भ्रमण करने आते हैं। अब इन जिले के लोगों को भी लाभ होगा। उधर, सैनिक कल्याण एवं उद्योग मंत्री गणेश जोशी ने इस बड़े प्रोजेक्ट को मंजूरी देने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का शुक्रिया अदा किया|
एलएनडी के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने बताया कि इस सुरंग का निर्माण हाथीपांव जाने वाली सड़क के जंक्शन से करीब एक किमी आगे होगा, यहां से सुरंग सीधे मसूरी इंटरनेशनल स्कूल के पास निकलेगी. इससे लोगों को एलबीएस अकादमी, अन्य जाम से भरे इलाकों में प्रवेश करने की जरूरत नहीं होगी। धनोल्टी जाने वाले वाहन भी सरपट दौड़ सकेंगे। जल्द ही इस प्रोजेक्ट की डीपीआर का काम शुरू किया जाएगा।
यह उत्तराखंड को केंद्र की बड़ी सौगात है। इस टनल के बनने के बाद मसूरी में जाम की समस्या का समाधान हो जाएगा। राज्य सरकार इस योजना को मंजूरी देने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का हृदय से आभार व्यक्त करती है।