उत्तराखंड में बिजली आपूर्ति को सुचारु और सशक्त बनाने की दिशा में पिटकुल (पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन ऑफ उत्तराखंड लिमिटेड) तेजी से कार्य कर रहा है। एडीबी वित्त पोषित योजनाओं के तहत राज्यभर में पारेषण तंत्र के विस्तार और सुदृढ़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में पिटकुल के ऋषिकेश स्थित 220/132/33 केवी उपसंस्थान की क्षमता में तीन गुना वृद्धि की गई है। हाल ही में 40 एमवीए ट्रांसफार्मर को सफलतापूर्वक ऊर्जीकृत कर दिया गया, जिससे क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति और अधिक मजबूत हो गई है।
पिटकुल के कुशल नेतृत्व में समय से पहले पूरा हुआ कार्य
पिटकुल के प्रबंध निदेशक पी.सी. ध्यानी और निदेशक (परिचालन) जी.एस. बुदियाल के कुशल नेतृत्व और दूरदृष्टि का ही परिणाम है कि यह कार्य निर्धारित समय से पहले पूरा हो सका। ऋषिकेश में 220/132/33 केवी उपसंस्थान में 40 एमवीए ट्रांसफार्मर को ऊर्जीकृत कर उपसंस्थान की कुल क्षमता तीन गुना बढ़ाकर 120 एमवीए कर दी गई है। इससे ऋषिकेश के शहरी और ग्रामीण इलाकों, मेला क्षेत्र और चारधाम यात्रा मार्ग पर निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित होगी और लो-वोल्टेज व अनावश्यक बिजली कटौती से राहत मिलेगी।
राज्य में विद्युत आपूर्ति को मिलेगी नई ताकत
राज्य में बढ़ते शहरीकरण, पर्यटन और उद्योगों के विस्तार के साथ-साथ बिजली की मांग भी लगातार बढ़ रही है। इस चुनौती को देखते हुए पिटकुल पारेषण तंत्र को और सशक्त बनाने में जुटा हुआ है। प्रबंध निदेशक पी.सी. ध्यानी ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “सरलीकरण, समाधान और संतुष्टि” के मंत्र को अपनाते हुए पिटकुल प्रदेशवासियों को बेहतर विद्युत आपूर्ति देने के लिए लगातार कार्य कर रहा है।
पिटकुल की टीम ने दिखाया बेहतरीन समर्पण
समय से पूर्व कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए प्रबंध निदेशक पी.सी. ध्यानी ने मुख्य अभियंता (परिचालन एवं अनुरक्षण) गढ़वाल क्षेत्र, अधीक्षण अभियंता (परिचालन एवं अनुरक्षण) मंडल, ऋषिकेश और उनकी पूरी टीम की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि “एक के लिए सब, सबके लिए एक” के मंत्र के साथ पिटकुल की टीम उत्कृष्ट कार्य कर रही है।
मंगलौर में भी हो रहा पारेषण तंत्र का विस्तार
इसके अलावा, मंगलौर में भी 220 केवी के नए उपसंस्थान का तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। मंगलवार रात को प्रबंध निदेशक ने निर्माणाधीन उपकेंद्र का स्थलीय निरीक्षण किया और कार्य में और तेजी लाने के निर्देश दिए।
पिटकुल के इन प्रभावी प्रयासों से प्रदेश का विद्युत पारेषण तंत्र मजबूत हो रहा है, जिससे न केवल आम जनता को लाभ मिलेगा बल्कि राज्य का औद्योगिक और आर्थिक विकास भी गति पकड़ेगा।