देहरादून– उत्तराखंड में उच्च शिक्षा विभाग ने राजकीय महाविद्यालयों में योग शिक्षा को मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राज्य के 117 राजकीय महाविद्यालयों में अस्थायी योग प्रशिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह नियुक्ति आउटसोर्सिंग प्रणाली के तहत की जाएगी, जिसमें चयन प्रक्रिया पूरी तरह मेरिट और साक्षात्कार के आधार पर होगी।
640 आवेदनों में से मेरिट आधारित चयन
यह नियुक्ति रोजगार प्रयाग पोर्टल पर पहले से प्राप्त 640 आवेदनों के आधार पर की जा रही है। उच्च शिक्षा विभाग और कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग के बीच आपसी सहमति के बाद इस प्रक्रिया को औपचारिक रूप से शुरू किया गया।
चयन प्रक्रिया और अंक निर्धारण
योग प्रशिक्षकों की नियुक्ति हेतु कुल 100 अंकों का स्कोर निर्धारण किया गया है, जिसमें—
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हाईस्कूल व इंटरमीडिएट: 10-10 अंक
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स्नातक: 20 अंक
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योग में पीजी डिप्लोमा / एम.ए.: 30 अंक
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अनुभव (प्रति वर्ष 3 अंक): अधिकतम 30 अंक
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साक्षात्कार: 50 अंक
साक्षात्कार का कार्यक्रम
उम्मीदवारों की मेरिट सूची 25 जुलाई 2025 तक जारी कर दी जाएगी। इसके पश्चात 1 से 8 अगस्त के बीच जनपदवार साक्षात्कार आयोजित होंगे और 11 अगस्त से चयनित योग प्रशिक्षकों को संबंधित महाविद्यालयों में तैनात किया जाएगा।
आरक्षण और वरीयता
विभाग द्वारा आरक्षित श्रेणियों के लिए तीन गुना अभ्यर्थियों को साक्षात्कार हेतु बुलाया जाएगा। जहां यह संख्या पूरी नहीं हो पाएगी, वहां उपलब्ध अभ्यर्थियों को ही मेरिट के आधार पर अवसर दिया जाएगा। अंतिम चयन विभागीय रोस्टर और अभ्यर्थी द्वारा दिए गए विकल्पों के आधार पर किया जाएगा।
“योग शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लंबे समय से लंबित इस प्रक्रिया को हमने गति दी है। इन प्रशिक्षकों की नियुक्ति से छात्र-छात्राओं को न केवल योग का व्यावहारिक ज्ञान मिलेगा, बल्कि यह उनके संपूर्ण स्वास्थ्य और व्यक्तित्व विकास में भी सहायक होगा।”
— डॉ. धन सिंह रावत, उच्च शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड
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