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उत्तराखंड के क्रिकेट प्रेमियों के लिए बड़ी खबर है! अब गांव, खेत, और गलियों में खेलते हुए छुपी प्रतिभाएं भी राज्य की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग – उत्तराखंड प्रीमियर लीग (यूपीएल) – में चमक बिखेर सकेंगी। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) ने एक सराहनीय पहल करते हुए गैर-पंजीकृत खिलाड़ियों को भी यूपीएल में खेलने का मौका देने का ऐलान किया है।
गढ़वाल और कुमाऊं में होंगे ट्रायल मैच
सीएयू द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, सितंबर 2025 से शुरू हो रही इस बहुप्रतीक्षित लीग के लिए ट्रायल मैच 4, 5 और 6 अगस्त को आयोजित किए जाएंगे।
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गढ़वाल मंडल के खिलाड़ियों के लिए छिद्दरवाला स्थित आयुष क्रिकेट अकादमी
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कुमाऊं मंडल के लिए उधम सिंह नगर के एमिनिटी स्कूल को ट्रायल वेन्यू बनाया गया है।
हर टीम में होंगे 4 नये चेहरे
सीएयू के सचिव माहिम वर्मा ने बताया कि इस वर्ष यूपीएल की हर फ्रेंचाइज़ी को कम से कम चार ऐसे खिलाड़ियों को टीम में शामिल करना अनिवार्य किया गया है जो किसी भी बोर्ड या पंजीकृत टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं रहे हैं। इससे करीब 25 से 30 नए चेहरे इस प्रतिष्ठित लीग में अपनी प्रतिभा दिखा सकेंगे।
महिला खिलाड़ियों को भी मिलेगा समान मौका
इस पहल की खास बात यह है कि पुरुषों के साथ-साथ महिला खिलाड़ी भी ट्रायल में भाग ले सकती हैं, और इसमें कोई आयु सीमा नहीं रखी गई है।
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पुरुष खिलाड़ियों के लिए पंजीकरण शुल्क ₹2000
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महिला खिलाड़ियों के लिए ₹1500 निर्धारित किया गया है।
सभी खिलाड़ियों को सुबह 8:30 बजे तक मौके पर पंजीकरण कराना होगा। ट्रायल के दौरान सीनियर सेलेक्टर्स, ऑब्जर्वर और मैच अधिकारियों की मौजूदगी सुनिश्चित की गई है।
UPL से बदलेगी उत्तराखंड क्रिकेट की तस्वीर
सीएयू के सचिव माहिम वर्मा ने भरोसा दिलाया कि समय-समय पर लीग से जुड़ी जानकारियां साझा की जाती रहेंगी। इस मौके पर यूपीएल के चेयरमैन इंद्र मोहन बड़थवाल और वाइस चेयरमैन उमेश चंद्र जोशी भी मौजूद रहे।
यह पहल उन सैकड़ों युवा क्रिकेटरों के लिए वरदान साबित हो सकती है जो आज तक बड़े मंचों से दूर रहे। यूपीएल न केवल प्रतिभाओं को मंच देगा, बल्कि राज्य के क्रिकेट को भी नई ऊंचाईयों तक पहुंचाएगा।
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