- श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल जिला अस्पताल पौड़ी को कर रहा पीपीपी मोड पर संचालित
- उत्तराखण्ड में अभी तक किसी भी राजकीय जिला अस्पताल को एन.ए.बी.एच. की मान्यता प्राप्त नहीं है।
- आधुरभूत सुविधाओं, उपचार की पद्धति, मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं सहित विभिन्न बिन्दुओं पर हुआ मूल्यांकन
- चेयरमैन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने सभी डॉक्टरों व सभी स्टाफ को दी बधाई
देहरादून। राजकीय जिला अस्पताल पौड़ी अब एन.ए.बी.एच. मान्यता प्राप्त अस्पताल हो गया है। राजकीय जिला अस्पताल पौड़ी उत्तराखण्ड का एकमात्रा राजकीय जिला अस्पताल है जिसे एनएबीएच की ओर से मान्यता प्रदान की गई है। अभी तक उत्तराखण्ड में किसी भी राजकीय जिला अस्पताल को एन.ए.बी.एच. की मान्यता प्राप्त नहीं है। राजकीय नेशनल एक्रिडेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एण्ड हेल्थ केयर (एन.ए.बी.एच.) की ओर से जिला अस्पताल पौड़ी को एंट्री लेवल एन.ए.बी.एच. अस्पताल की मान्यता प्रदान की गई है। जिला अस्पताल पौड़ी को पीपीपी मोड़ पर श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल द्वारा संचालित किया जा रहा है। यह पौड़ी जनपदवासियों के लिए बेहद हर्ष की बात है कि पौड़ी की सीमा से सटे सदूर पहाड़ी क्षेत्रों के मरीजों को जिला अस्पताल पौड़ी हर सम्भव उपचार उपलब्ध करवा रहा है। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के चेयरमैन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने जिला अस्पताल में सेवाएं दे रहे सभी डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ व सहायक स्टाफ को शुभकामनाएं दीं।
एन.ए.बी.एच. टीम द्वारा किए गए इंस्पैक्शन में राजकीय जिला अस्पताल इंस्पैक्शन टीम की हर कसौटी पर खरा उतरा। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अट्टा बाला विजय बाबू ने जानकारी दी कि अस्पताल की टीम की ओर से सभी मरीजों को उपचार के बेहतर से बेहतर अवसर उपलब्ध करवाने के लिए श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल देहरादून की टीम कृतसंकल्पबद्ध है।
काबिलेगौर है जब कोई अस्पताल एन.ए.बी.एच. की सभी गाइडलाइनों व नियमों के अनुसार हर कसौटी पर शत प्रतिशत खरा उतरता है, तभी उस अस्पताल को एन.ए.बी.एच. की मान्यता प्रदान की जाती है। निरीक्षण के दौरान एन.ए.बी.एच. विशेषज्ञों ने अस्पताल की मूलभूत सुविधाओं, अस्पताल बिल्डिंग, मरीजों की देखभाल की क्वालिटी का बारीकी से मूल्यांकन किया। इसके साथ अस्पताल में मशीनों की क्वालिटी, आईसीयू में मरीजों की देखभाल, इमरजेंसी में उपलब्ध सुविधाएं, इमरजेंसी रिस्पांस, प्रतिदिन अस्पताल आने वाले मरीजों की संख्या, वार्डों में मरीजों की देखरेख के लिए नर्सों का अनुपात, कुशल व विशषेज्ञ डॉक्टरों की संख्या, अस्पताल में उपलब्ध मॉर्डन मशीनों, ऑपरेशन थियेटरों की संख्या का परीक्षण व एनएबीएच की गाइडलाइन के अनुसार तुलनात्मक अध्ययन किया गया। ब्लड बैंक, हाईटैक आईसीयू एम्बुलेंस, अस्पताल में साफ सफाई के स्तर को भी बारीकी से जॉचा परखा गया। राजकीय जिला अस्पताल के रूप में अस्पताल में प्रयोग की जा रही उपचार की तकनीकों व मॉर्डन मशीनों के इस्तेमाल व मरीजों को दी जाने वाली हर छोटी बड़ी सुविधाओं व सेवाओं का बिन्दुवार बारीकी से मूल्यांकन व अध्ययन किया।
एन.ए.बी.एच. की इंस्पैक्शन टीम ने राजकीय जिला अस्पताल को हर कसौटी पर खरा पाया व राजकीय जिला अस्पताल पौड़ी को एन.ए.बी.एच. प्रदान किया।