- सी0एम0ई0 में ख्याति प्राप्त नेत्र रोग विशेषज्ञों ने विचार व्यक्त कर ज्ञान साझा किया
- कार्निया (पुतली) में होने वाले रोगों की जटिलताओं व सर्वोŸाम उपचार को समझाया
27 नवम्बर 2022, देहरादून। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के सभागार में ‘काॅर्निया-360 डिग्री‘ विषय पर एक निरन्तर चिकित्सा शिक्षा (कन्टयून्यूंअिग मेडिकल एजुकेशन) कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल एण्ड हेल्थ साइंसेज के उप प्राचाय्र्र डाॅ0 पुनीत ओहरी, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के नेत्र रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅं0 तरन्नुम शकील, वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डाॅ0 राजेश तिवारी, देहरादून डिस्ट्रिक्ट आॅपथेलमोलाॅजी सोसाइटी के सचिव एवम् नेत्र रोग विभाग, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के एसोसिएट प्रोफेसर (डाॅं0) आशीष कक्कड,़ दृष्टि आई इंस्टीट्यूट, देहरादून की रूचिका पटनायक, निर्मल आश्रम आई इंस्टीट्यूट की डाॅं0 बंदना यैन, अमृतसर आई क्लीनिक के डाॅं0 देवेश शर्मा के कर कमलों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
कार्यक्रम में स्वागत अभिभाषण देते हुए देहरादून डिस्ट्रिक्ट आॅपथेलमोलाॅजी सोसाइटी (डी0डी0ओ0एस0) के सचिव एवम् नेत्र रोग विभाग, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के एसोसिएट प्रोफेसर (डाॅं0) आशीष कक्कड ने कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों एवम् प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने कार्यक्रम के विषय ‘काॅर्निया-360 डिग्री‘ को समझाते हुए कहा कि मानव शरीर में नेत्र सबसे बहूमूल्य अंग है, उन्होंने कहा कि आज की इस सी0एम0ई0 का उद्देश्य नेत्रों के महत्वपूर्ण हिस्से काॅर्निया में होने वाले रोगों, उनके कारणों, रोकथाम व उपचार सम्बन्धित ज्ञान को सबके साथ साझा करना है। उन्होंने कहा कि देहरादून डिस्ट्रिक्ट आॅपथेलमोलाॅजी सोसाइटी का यह ध्येय है कि इस तरह के कार्यक्रम नेत्र रोग विशेषज्ञों के लिए समय-समय पर आयोजित करवा कर उनका ज्ञानवर्धन करके नेत्र रोगियों के बेहतर उपचार को सुनिश्चित किया जा सके।
इसके उपरान्त दृष्टि आई इंस्टीट्यूट, देहरादून की काॅर्निया विशेषज्ञ डाॅं0 रूचिका पटनायक, निर्मल आश्रम आई इंस्टीट्यूट, ऋषिकेश की काॅर्निया विशेषज्ञ डाॅं0 बंदना यैन, अमृतसर आई क्लीनिक के काॅर्निया विशेषज्ञ डाॅं0 देवेश शर्मा ने नेत्रों की पुतली (कार्निया) में होने वाले रोगों, उनके कारणों, उनकी रोकथाम व उपचार पर जानकारी एवम् ज्ञान साझा किया। ख्यातिप्राप्त मेडिकल संस्थानों से आये इन अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञों ने मेडिकल छात्र-छात्राओं विशेषतः नेत्र रोग विभाग में अध्ययनरत प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे पी0जी0 छात्र-छात्राओं एवं अन्य नेत्र रोग विशेषज्ञों के प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी जिज्ञासाओं को शान्त कर उनका ज्ञानवर्धन किया।
सी0एम0ई0 कार्यक्रम की आर्गेनाइजिंग चेयरपर्सन एवम् विभागाध्यक्ष, नेत्र रोग विभाग एवम् प्रभारी, नेत्रदान केन्द्र, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल, प्रो0 (डाॅं0) तरन्नुम शकील ने अपने सम्बोधन में कहा कि विश्व में विशेषज्ञों द्वारा काॅंर्निया पर नित-नए शोध किए जा रहे हैं। इन नवीन शोधों से निकले परिणामों का इस्तेमाल विश्व भर में नेत्र रोग विशेषज्ञों द्वारा नेत्र रोगियों के काॅर्निया में होने वाले रोगों की बेहतर समझ एवम् उनके रोकथान व उपचार में उपयोग की जाने वाली अत्याधुनिक तकनीकों का पता चलेगा। इसका सीधा लाभ विश्व भर में नेत्र रोगियों को मिलेगा। उन्होंने नेत्र रोग विशेषज्ञों एवम् नेत्र रोगियों के लिए किये जा रहे देहरादून डिस्ट्रिक्ट आॅपथेलमोलाॅजी सोसाइटी (डी0डी0ओ0एस0) की सराहना की। उन्होंने डी0डी0ओ0एस0 की वर्तमान अध्यक्ष डाॅं0 स्मिता मेहरा के कार्यकाल एवं नेतृत्व में मिली उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के नेत्र रोग विभाग की उपलब्धियों व उपलब्ध सुविधाओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि श्री मंहत इन्दिरेश अस्पताल में अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञों की देखरेख में अत्याधुनिक मशीनों के द्वारा सभी प्रकार की नेत्र जाॅंचों, आॅपरेशनों एवं उपचार की सुविधाएं उपलब्ध है। उन्होंने जानकारी दी कि श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की स्थापना के समय से अब तक इसके नेत्र रोग विभाग द्वारा पचास हजार से अधिक कार्निया, परदे व मोतियाबिंद के आॅपरेशन सफलतापूर्वक किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में नेत्रदान की सुविधा भी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में जहाॅं स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव है वहाॅं श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल द्वारा निःशुल्क नेत्र शिविर लगाकर जरूरतमंद मरीजों के नेत्र रोगों की पहचान की जाती है। इसके उपरान्त मरीजों को अस्पताल लाकर उनका निःशुल्क आॅपरेशन एवं उपचार किया जाता है। उन्होंने कहा कि श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल एवं उसका नेत्र रोग विभाग आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों एवं मानवता की सेवा में सदैव तत्पर रहते हैं। उन्होंने अस्पताल के चेयरमैन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज को प्रेरणाश्रोत बताते हुए कहा कि नेत्र रोग विभाग की सफलता श्री महाराज जी के आदर्श मार्गदर्शन का ही सुखद परिणाम है।
कार्यक्रम में 100 से अधिक नेत्र रोग विशेषज्ञों एवम् मेडिकल छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम में देहरादून के जाने माने वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञों डाॅ0 गौरव लूथरा, डाॅ0 विनोद अरोड़ा, डाॅ0 राजेश तिवारी, डाॅ0 मुनिन्दर रावत एवम् डाॅ0 सौरभ लूथरा के द्वारा सभी प्रतिभागियांे का सम्बन्धित विषय पर ज्ञानवर्धन किया गया।
कार्यक्रम मंे श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल एण्ड हेल्थ साइंसेज केे बायोकेमिस्ट्री विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ0 तारिक मसूद व बायोकेमिस्ट्री विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर (डाॅं0) राना उस्मानी ने भी प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की एसोसिएट प्रोफेसर (डाॅं0) वत्सला वत्स, एसोसिएट प्रोफेसर (डाॅं0) प्रियंका गुप्ता एवम् असिस्टेंट प्रोफेसर (डाॅं0) मोनिका जैन का भी विशेष सहयोग रहा।