Agniveer Bharti 2023: जानिए कैसे मिलेगी अग्निवीरों को 4 साल बाद आर्मी में परमानेंट जॉब
Agniveer Bharti Indian Army: भारतीय सेना (Indian Army) में भर्ती होने वाले अग्निवीरों में एक-चौथाई किस आधार पर रिटेन किए जाएंगे? इसके पैमाने सेना ने तय कर दिए हैं। हर अग्निवीर को चार साल के सर्विस पीरियड के दौरान लगातार परखा जाएगा। अग्निवीरों को उनके ऑपरेशनल एप्टीट्यूड, हथियार कौशल, शारीरिक फिटनेस व अन्य स्किल्स के टेस्ट्स में परफॉर्मेंस के आधार पर रेटिंग मिलेगी। चार साल के बाद परफॉर्मेंस जांचा जाएगा। जो अग्निवीर पैमाने पर खरे उतरेंगे, उन्हें रेगुलर कैडर में और 15 साल सर्विस का मौका मिलेगा। नहीं तो सेना रिलीज कर देगी। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट बताती है कि उन अग्निवीरों को प्राथमिकता दी जाएगी जिनकी छाती पर वीरता के पदक लगे होंगे। आइए, विस्तार से समझते हैं कि चार साल के बाद अग्निवीरों का भविष्य सेना कैसे तय करेगी।
अग्निवीरों को रेटिंग कैसे मिलेगी? किस चीज का कितना वेटेज होगा?
जून 2022 में अग्निपथ योजना को लॉन्च किया गया। अब तीनों सेनाओं में शॉर्ट-टर्म के लिए अग्निवीर भर्ती होते हैं। इनका कार्यकाल चार साल तक रहेगा। उसके बाद, इनमें से 25% को सेना रेगुलर सर्विस में रिटेन कर लेगी। सेना ने वे पैमाने तय कर दिए हैं जिनके आधार पर यह तय होगा कि किस अग्निवीर को रिटेन करना है और किसे नहीं। HT ने एक सैन्य अधिकारी के हवाले से लिखा है कि अग्निवीरों की असेसमेंट और स्क्रीनिंग पॉलिसी पूरी तरह ऑटोमेटेड होगी।
- रेटिंग व्यवस्था में सबसे ज्यादा महत्व ऑपरेशनल एप्टीट्यूड को दिया गया है। हर साल चेन ऑफ कमांड के जरिए इसका आकलन किया जाएगा। इसका वेटेज 39% रहेगा।
- फिजिकल फिटनेस, फायरिंग एंड ड्रिल के क्वांटिफाइड टेस्ट दो साल में एक बार होंगे। इनका वेटेज 36% होगा।
- पहले और चौथे साल में अग्निवीरों को विभिन्न पेशेवर पहलुओं पर परखने के लिए एक स्वतंत्र स्क्रीनिंग बोर्ड होगा। इसका वेटेज 25% रहेगा।
- गैलेंट्री अवार्ड पाने वाले अग्निवीरों को एक्स्ट्रा मार्क्स मिलेंगे। अनुशासनहीनता पर निगेटिव मार्किंग भी होगी।
अग्निवीरों की पूरी भर्ती प्रक्रिया e-RecruiteX नाम के सॉफ्टवेयर में समाई है। इस साल से, अग्निवीरों की भर्ती रैलियों से पहले ऑनलाइन कंबाइंड एंट्रेंस एग्जाम भी होगा। अग्निवीरों की ट्रेनिंग सेना के रेजिमेंटल सेंटर्स पर 2 जनवरी, 2023 से शुरू हो चुकी है। पहले चरण में 19,000 अग्निवीर ट्रेनिंग ले रहे हैं। 21,000 अग्निवीरों का दूसरा बैच 1 मार्च से ट्रेनिंग शुरू करेगा। हर साल मई और नवंबर में अग्निवीरों के बैच आएंगे।
सर्विस के पहले साल में अग्निवीरों को 4.76 लाख रुपये सैलरी मिलेगी। चौथे साल में सैलरी 6.92 लाख रुपये तक पहुंच जाएगी। सभी अग्निवीरों को 48 लाख रुपये का गैर-अंशदान वाला बीमा कवर मिलेगा। सेवा के दौरान मृत्यु की स्थिति में परिजनों को 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।
वे अग्निवीर जो चार साल के बाद रिलीज किए जाएंगे, उन्हें सेवा निधि पैकेज के रूप में 11.71 लाख रुपये मिलेंगे। अग्निवीर अपने सर्विस पीरियड के दौरान ‘सेना निधि’ में अंशदान करते रहेंगे। चार साल बाद सेना से निकलने वाले अग्निवीरों के लिए विभिन्न सरकारी संगठनों, पैरामिलिट्री फोर्सेज और अन्य विभागों में कोटा होगा।