नौकरी के नाम पर ऐसे फंसाता था जाल में
एसटीएफ के अनुसार, आरोपी लिंक्डइन के जरिए बेरोजगार युवक-युवतियों से संपर्क करता था और उन्हें अपनी फर्जी कंपनी में ऑनलाइन जॉब देने का लालच देता था। इसके बाद वह उम्मीदवारों को विभिन्न विषयों पर प्रश्न हल करने और उनके वीडियो अपलोड करने के लिए कहता था। लेकिन इस काम को करने के लिए उन्हें पहले “न्युट्रिनो.इन” नामक वेबसाइट से पैनटैब खरीदने के लिए मजबूर किया जाता था, जिसकी कीमत ₹5000 से ₹6000 तक होती थी।
आरोपी पहले तो पैसे रिफंड करने का भरोसा देता, लेकिन जब पीड़ितों ने वापस पैसे मांगे, तो उन्हें “टाइम ओवर” का बहाना देकर ब्लॉक कर देता था।
देशभर में फैला था जाल, STF ने ऐसे पकड़ा
एसटीएफ एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि यह मामला तब सामने आया जब I4C पोर्टल पर हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, चंडीगढ़ और दिल्ली समेत कई राज्यों से 30 से अधिक शिकायतें दर्ज हुईं। जांच में पता चला कि आरोपी प्रेमनगर क्षेत्र से यह साइबर ठगी चला रहा था।
ऑनलाइन पोर्टल 1930 पर आई शिकायतों और आरोपी के मोबाइल नंबर, बैंक खातों का विश्लेषण करने के बाद एसटीएफ ने उसकी लोकेशन ट्रेस की। इसके बाद बीती रात प्रेमनगर थाना क्षेत्र से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
अब तक कितनी ठगी की, होगा खुलासा
एसटीएफ की जांच में आरोपी के दो करंट अकाउंट का भी पता चला है, जिनकी जांच के बाद यह स्पष्ट होगा कि उसने अब तक कितने युवाओं को ठगा और कितनी रकम वसूली।
आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट और धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।