देहरादून। विजिलेंस की टीम ने एक सर्वे लेखपाल को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
शिकायतकर्ता द्वारा भ्रष्टाचार की रोकथाम हेतु हैल्प लाईन नं० 1064 के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई कि, उसके पिता द्वारा वर्ष 1991 में बंशीपुर हरबर्टपुर मे दो जमीनें खरीदी थीं, जो उनके नाम दर्ज थीं।
जिनकी मृत्यु दिनांक 14.08.1996 को हो गयी थी, परन्तु दोनों जमीनों में अभी तक शिकायतकर्ता के परिवार के सदस्यों के नाम वारिसान के रूप में दर्ज नहीं हुआ है।
वारिसान में नाम दर्ज कराने के लिये करीब एक महीने पहले अपने क्षेत्र के पटवारी ओमप्रकाश ऐटनबाग क्षेत्र को दि0 12.04.2023 को शिकायतकर्ता ने अपने बडे भाई कमल नेगी के नाम से एक प्रार्थना पत्र और बताये गये कागजात पटवारी ओमप्रकाश को दिये और जमीनों में वारिसान मे नाम चढाने को कहा तो ओमप्रकाश ने उससे 10 हजार रूपये रिश्वत की मांग की जा रही थी।
पुलिस अधीक्षक, सतर्कता सैक्टर देहरादून रेनू लोहनी द्वारा शिकायती प्रार्थना पत्र में अंकित आरोपों का संज्ञान लेते हुए गोपनीय रूप से जांच करायी गयी। जांचोपरान्त लगाये गये आरोग प्रथम दृष्टया सही पाये गये। जिस पर एक त्वरित ट्रैप टीम का गठन किया गया।
दिनांक 24-04-2023 को ट्रैप टीम द्वारा अभियुक्त ओमप्रकाश पुत्र स्व० वृज लाल निवासी केदारपुरम देहरादून हाल तैनाती सर्वे लेखपाल ऐटनबाग क्षेत्र तहसील विकास नगर को ट्रैप टीम द्वारा अपराहन लगभग 13:30 बजे शिकायतकर्ता से 10,000/रू0-( दस हजार रूपये) की रिश्वत ग्रहण करते हुए स्वतंत्र गवाहो के समक्ष रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
उक्त सम्बन्ध में थाना सतर्कता सैक्टर देहरादून में आरोपी के विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशो० अधि० 2018) पंजीकृत किया जा रहा है।
उक्त सम्बन्ध में थाना सर्तकता अधिष्ठान, सैक्टर देहरादून में आरोपी के विरूद्व भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (संशोधित 2018) का अभियोग पंजीकृत किया जा रहा है। ट्रैप टीम के उत्साह वर्धन हेतु निदेशक सतर्कता महोदय द्वारा नगद पारितोषिक से पुरस्कृत किये जाने की घोषणा की गयी है।