ऋषिकेश: एम्स सोशल आउटरीच सेल द्वारा गठित “वेलनेस टीम “ अब अस्पताल परिसर में परेशान व पीड़ा से ग्रसित रोगियों का सहारा बनेगी और ऐसे मरीजों को भावनात्मक सहयोग प्रदान करेगी।
सोशल आउटरीच सेल ने एम्स अस्पताल में आने वाले बुजुर्ग,दिव्यांग जनों तथा दूर -दराज से आने वाले मरीजों के सुख -दुःख का साथी बनने तथा उन्हें बीमारी की अवस्था में भावनात्मक रूप से सहयोग देने के लिए वेलनेस टीम का गठन किया है।
एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह द्वारा बताया गया कि एम्स में दिन प्रतिदिन वाह्य रोगी विभाग (ओ.पी.डी.) में आने वाले मरीजों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है, जिसमें दूर-दराज से आने वाले मरीज की संख्या अधिक है। साथ ही जब किसी परिवार का कोई सदस्य बीमार हो जाता है तो इससे परिवार के सभी सदस्य मानसिक एवं शारीरिक तौर पर किसी न किसी रूप में प्रभावित होते हैं। ऐसी स्थिति में परिवार को संबल देने व बीमार व्यक्ति व उनके पारिवारिक जनों की सहायता करने के लिए तो इस प्रभावित दौर को कम करने के उद्द्देश्य से वेलनेस टीम का विधिवत गठन किया गया है। गठित टीम में वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन के सदस्यों को खासतौर से शामिल किया गया है। वेलनेस टीम के सदस्य एम्स परिसर के अंदर कार्य करने के साथ साथ भारत सरकार एवं राज्य सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं से लोगों को लाभान्वित करने हेतु जागरूक करेंगे व उन्हें आयुष्मान भारत योजना का लाभ,जन औषधि केंद्र से दवाई उपलब्ध कराने,नए पंजीकरण के कार्य में अपना सहयोग प्रदान करेंगे।
डीन एकेडमिक्स प्रोफेसर (डॉ.) जया चतुर्वेदी द्वारा बताया गया कि किसी व्यक्ति को सामजिक, व्यवहारिक,मानसिक, शारीरिकतौर पर स्वस्थ्य रहना अति आवश्यक है। इस वेलनेस टीम के सदस्य अपने जीवन में अलग-अलग क्षेत्रों में कार्य कर चुके हैं। जिनका अनुभव एवं सहयोग एम्स में आने वाले असहाय लोगों अथवा जिन रोगियों के साथ कोई भी तीमरदार नहीं रहता है, उनके दुख को कम करने के लिए संपूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। इसके साथ ही जेरियाट्रिक मेडिसिन विभाग की हेड डॉ. मीनाक्षी धर ने कहा कि सीनियर सिटीजन्स की वेलबीइंग के लिए उनका विभाग पूर्णतः समर्पित है ।
संस्थान के वेलनेस एक्सपर्ट और सोशल आउटरीच सेल के नोडल अधिकारी डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि एक अध्ययन के तहत ३० से ४० फीसदी मरीज जीवन में अपरिहार्य कारणों से उत्पन्न तनाव,गृहक्लेश तथा अनावश्यक कारणों से परेशान रहते हैं, जिससे इनकी बीमारी की पीड़ा कई गुना अधिक बढ़ जाती है।
डॉ. संतोष कुमार द्वारा बताया गया कि यह वेलनेस टीम प्रत्येक कार्य दिवस पर सुबह 9 बजे से 11 बजे तक अस्पताल परिसर में उपस्थित रहेगी, जिससे अनजान व अस्पताल से नावाकिफ मरीजों को उचित जानकारी देना,परेशान एवं असहाय रोगियों को सौहार्द पूर्ण वातावरण के साथ -साथ सहयोग, किसी व्यक्ति के परिजन के साथ हादसा होने पर सांत्वना देना एवं परेशान मरीजों के साथ व्यवहारिक एवं मनोवैज्ञानिक तरीके से उनकी परेशानी को सुनकर चिकित्सकों तक पहुंचाना है।
लिहाजा एम्स अस्पताल में आने वाले कोई भी बुजुर्ग, बीमार व्यक्ति अपना दुख-दर्द इनके साथ साझा कर सकते, उचित सहयोग ले सकते हैं।
वेलनेस टीम में वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन के सदस्य ब्रह्म कुमार शर्मा, अशोक आर्या, प्रमोद कुमार जैन, अशोक कुमार रस्तोगी के साथ ही एम्स आउटरीच सेल के सदस्य अमनदीप नेगी आदि शामिल हैं।