एक बड़ी खबर आपको बता दें कि, पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र रावत को पत्रकार उमेश कुमार पर राजद्रोह की एफआईआर करने के मामले में झारखंड उच्च न्यायालय ने पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सहित अमृतेश चौहान को नोटिस जारी किया गया है।
दरअसल। वर्ष 2018 में तत्कालीन सीएम त्रिवेन्द्र रावत पर पत्रकार उमेश कुमार ने आरोप लगाए थे कि राँची के पूर्व किसान मोर्चा अध्यक्ष अमृतेश चौहान ने नोटबन्दी के दौरान त्रिवेन्द्र रावत के रिश्तेदारों के खाते में घूस के पैंसे जमा करवाये हैं।
आरोप था कि, जब त्रिवेन्द्र रावत मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव प्रभारी थे, तो उन्होंने अमृतेश को गौ सेवा सदन का अध्यक्ष बनाने की एवज में उससे 50 लाख रुपये घूस के रूप में लिए थे जोकि अमृतेश ने त्रिवेन्द्र रावत के कहने पर नोटबन्दी के दौरान उनके रिश्तेदारों के खाते में जमा करवाये थे।
जिस पर अमृतेश चौहान ने राँची में पत्रकार उमेश कुमार के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज करवाया था। उमेश पर आरोप था कि उन्होंने झारखंड के एक नेता (किसान मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष अमृतेश सिंह की) से उत्तराखंड की सरकार के खिलाफ साक्ष्य मांगे थे।
झारखंड की राजधानी रांची के अरगोड़ा थाने में वहां के किसान मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष अमृतेश सिंह की तहरीर पर ये मुकदमा दर्ज किया गया था।
आपको बता दें कि, बाद में अमृतेश चौहान ने स्वयं ही तत्कालीन सीएम त्रिवेन्द्र रावत पर घूस लेने के आरोप लगाए थे जिस मामले में बाद में उत्तराखण्ड हाईकोर्ट ने त्रिवेन्द्र रावत के खिलाफ सीबीआई जाँच करवाने के आदेश भी दिए थे हालांकि इस पर मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।
वहीं आपको बता दें कि, अब पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र रावत को पत्रकार उमेश कुमार पर राजद्रोह की एफआईआर करने के मामले में झारखंड उच्च न्यायालय ने पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सहित अमृतेश चौहान को नोटिस जारी किया गया है।