शादी समारोह में जयमाला कार्यक्रम के दौरान अचानक गोली चली जिससे लोगो में अफरा-तफरी मच गई।उत्तराखंड में आय दिन दिल दहला देने वाली खबरे सामने आती रहती है। थमने का नाम नहीं ले रहे है।इस बीच ओखलकांडा ब्लॉक के सुनकोट से मामला सामने आया है।
जहा दूल्हा और दुल्हन को जयमाला के लिए घर की छत पर ले जाया गया। जयमाला के साथ दूल्हा-दुल्हन की फोटोग्राफी चल रही थी। तभी अचानक गोली चली और शादी समारोह में हड़कंप मच गया।
यह मामला ओखलकांडा ब्लॉक के सुनकोट गांव का है जहा सोमवार को जयमाला कार्यक्रम के दौरान अचानक गोली चली और दूल्हे की पीठ को रगड़ती हुई निकल गई। इससे वहां अफरा तफरी मच गई। वैवाहिक कार्यक्रम रोक दिया गया। घायल दूल्हे को पाटी (चंपावत) में प्राथमिक उपचार के बाद हल्द्वानी रेफर किया गया है। हालांकि दुल्हे की हालत खतरे से बाहर है।
गोली किसने चलाई, इसका पता नहीं चल पाया है। सूचना पर मुक्तेश्वर पुलिस और राजस्व पुलिस ने गांव पहुंचकर जानकारी जुटाई। सोमवार को देवीधुरा (चंपावत) निवासी दीवान सिंह के बेटे विजय लमगड़िया की बरात सुनकोट निवासी राम सिंह बोहरा के यहां आई थी। दोपहर करीब एक बजे बरात लड़की के घर पहुंची। स्वागत के बाद बराती खाना खाने लगे।
वहीं दूल्हा और दुल्हन को जयमाला के लिए घर की छत पर ले जाया गया। वहां जयमाला के साथ दूल्हा-दुल्हन की फोटोग्राफी चल रही थी। दोपहर दो बजे अचानक गोली चली जो दूल्हे विजय की पीठ को छूते हुए निकल गई। गोली लगने से विजय घायल हो गया। इससे शादी समारोह में अफरातफरी मच गई। परिवारजन घायल दूल्हे को अस्पताल ले जाने के लिए चल पड़े।करीब दो किमी पैदल चलकर दूल्हा सड़क तक पहुंचा, जहां से उसे पाटी (चंपावत) के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे हल्द्वानी के एसटीएच के लिए रेफर कर दिया। भाजपा नेता चतुर सिंह बोहरा ने बताया कि गोली किसने और क्यों चलाई, इसका पता नहीं चल पाया है। उन्होंने बताया कि घटना के बाद से गांव में दहशत है। साथ ही लड़की वाले भी सहमे हुए हैं। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना देने के बाद राजस्व और मुक्तेश्वर पुलिस गांव पहुंच गई है।जयमाला के दौरान गोली लगने और दूल्हे के घायल होने पर खुशियों भरा माहौल एक पल में बदल गया। दुल्हन के पिता राम सिंह बेहोश हो गए तो दुल्हन का भी रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
ओखलकांडा ब्लॉक के सुनकोट गांव में सोमवार को हंसी खुशी का माहौल था। सुबह से ही गांव के लोग बरात की तैयारियों में जुटे थे। दोपहर एक बजे देवीधुरा (चंपावत) से बरात पहुंची तो पूरा गांव आवभगत में लग गया। बराती खाना खाने लगे, तो परिवार के लोग वैवाहिक रस्में निभाने लगे। अचानक चली गोली ने सब कुछ बदल दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि दूल्हे और दुल्हन की किसी से कोई रंजिश नहीं है। ऐसे में किसने और किस मकसद से गोली चलाई कुछ पता नहीं चल रहा है।