देहरादून: उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार (ashok kumar) ने आदेश देते हुए कहा कि हेलीपैड पर वही यात्री जा सकता है जिसको हेली सेवाओं के माध्यम से अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचना हो लेकिन उसके अलावा कोई भी यात्री हेलीपैड पर नहीं जा सकेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) के देहरादून के सीमांत क्षेत्र कालसी में दौरे के दौरान सुरक्षा में भारी चूक देखने को मिली।
7 जून को मुख्यमंत्री (Pushkar Singh Dhami) देहरादून जनपद के सीमांत क्षेत्र कालसी में पहुंचे थे जहां स्थानीय लोगों ने उनका पारंपरिक नृत्य और वाद्य यंत्रों के साथ स्वागत किया लेकिन मुख्यमंत्री (Pushkar Singh Dhami) का हेलीकॉप्टर जब कालसी में पहुंचा तो वहा पर बड़ा हादसा होते-होते टला।
मुख्यमंत्री (Pushkar Singh Dhami) के हेलीकॉप्टर की तेज हवा से जमीन में बिछाई गद्दे और चटाई तेजी से उड़ती नजर आई।
हालांकि, इससे किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ लेकिन अगर चटाई या गद्दे हेलीकॉप्टर के पंखों से टकराते तो बड़ा हादसा भी हो सकता था।
ऐसे में सुरक्षा में यह बड़ी चूक कही जा सकती है क्योंकि प्रशासनिक अधिकारी मुख्यमंत्री के दौरे से पहले तमाम सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेते हैं फिर बड़ा सवाल यह है कि उस वक्त यह क्यों नहीं सोचा गया कि हेलीकॉप्टर की हवा से किसी तरह की दुर्घटना हो सकती है।
इस मामले पर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार (ashok kumar) ने सुरक्षा व्यवस्था पर जानकारी देते हुए कहा कि उत्तराखंड में कई बार हेलीकॉप्टरों की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ती है और इस दौरान हेलीपैड पर तीर्थयात्री या स्थानीय लोगों की भारी भीड़ जमा होती है। जिस कारण हादसे होने की संभावना रहती है इसके मद्देनजर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार (ashok kumar) ने उत्तराखंड में संचालित सभी हेलीपैड पर अतिरिक्त यात्रियों को जाने पर बैन लगा दिया है।