यदि आप सरकारी कर्मचारी है तो यह खबर आपके काम की है।आपको बता दे कि पब्लिक प्रोविडेंट फंड PPF की ब्याज दरों में बढ़ोतरी संभव है। नौकरीपेशा लोगों के बीच लोकप्रिय इस स्कीम की ब्याज दर में लंबे समय से बदलाव नहीं हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि ब्याज दर में बढ़ोतरी की जा सकती है। अप्रैल-जून तिमाही के लिए PPF की ब्याज दर 7.1 प्रतिशत है। अब जुलाई से सितंबर तक के लिए PPF की ब्याज दर पर फैसला होना है। यह फैसला महीने के अंत तक होने की उम्मीद है। बता दें कि वित्त मंत्रालय तिमाही आधार पर PPF समेत अन्य छोटी बचत योजनाओं पर फैसला लेता है।
PPF स्कीम के तहत सामान्यत: 15 साल तक निवेश किया जा सकता है। इस अवधि में सालाना कम से कम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं। इस स्कीम में निवेश कर आप ओल्ड टैक्स रिजीम के तहत टैक्स छूट भी हासिल कर सकते हैं। इस स्कीम के तहत निवेश की अवधि को विस्तार भी किया जा सकता है। आसान भाषा में आप 15 साल की मैच्योरिटी के बाद अतिरिक्त 5 साल यानी 20 साल तक या उससे अधिक की अवधि के लिए निवेश कर सकते हैं।
अप्रैल-जून ‘अवधि में ब्याज: बता दें कि अप्रैल से जून की अवधि के लिए ब्याज में सबसे ज्यादा वृद्धि राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) में की गई थी। इसपर एक अप्रैल से 30 जून, 2023 के लिए अब 7.7 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है, जो अबतक 7.0 प्रतिशत था। बालिकाओं के लिए बचत योजना सुकन्या समृद्धि के लिए ब्याज 7.6 प्रतिशत से बढ़ाकर 8 प्रतिशत किया गया।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के लिये ब्याज दर 8 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.2 प्रतिशत और और किसान विकास पत्र (केवीपी) के लिये 7.2 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.6 प्रतिशत किया गया है। किसान विकास पत्र अब 120 महीनों के बजाए 115 महीनों में परिपक्व होगा।