घनसाली: राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने प्राइवेट स्कूलों में बढ़ती फीस और महंगी किताबों के विरोध में उप जिलाधिकारी (एसडीएम) घनसाली के माध्यम से जिलाधिकारी टिहरी को ज्ञापन सौंपा। पार्टी ने सरकार से मांग की कि फीस नियंत्रण कानून लागू किया जाए, ताकि शिक्षा का व्यवसायीकरण रोका जा सके और आर्थिक रूप से कमजोर अभिभावकों को राहत मिल सके।
ज्ञापन सौंपने के दौरान पार्टी के जिलाध्यक्ष टिहरी, विशन कंडारी ने कहा कि शिक्षा का व्यवसायीकरण दुर्भाग्यपूर्ण है। हर साल बढ़ती स्कूल फीस और महंगी किताबों के कारण गरीब व मध्यमवर्गीय परिवारों पर आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूलों द्वारा हर वर्ष फीस वृद्धि और पाठ्यक्रम में बदलाव से अभिभावक और छात्र दोनों परेशान हैं।
मनोज थपलियाल ने कहा कि सरकार को इस मुद्दे का संज्ञान लेते हुए अविलंब फीस नियंत्रण कानून बनाना चाहिए, ताकि निजी स्कूल मनमानी न कर सकें। उन्होंने कहा कि महंगी किताबें और फीस वृद्धि के कारण गरीब वर्ग के बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है, जो कि अन्यायपूर्ण है।
पार्टी के कार्यालय प्रभारी सुभाष नौटियाल ने बताया कि फीस वृद्धि का यह सिलसिला हर साल जारी रहता है, जिससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को गंभीर वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द कठोर कानून बनाने की मांग की, ताकि शिक्षा सभी के लिए सुलभ हो सके।
ज्ञापन सौंपने के दौरान अरविंद कंडारी, राजी चौहान, गौरव सिंह और मोहन सिंह समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।