Uttrakhand: निर्माणाधीन राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज दस साल में भी अधूरा। संस्थान की मंजूरी के बाद भी बना है अभी भी संशय
एक सौ एक नाली जमीन दाननामा के बाद भी तन्त्र लापरवाह..??
Dehradun: विगत कई वर्षों से निर्माणाधीन राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज रिखणीखाल बड़खेत के डांडा में राजकीय इण्टर कालेज बड़खेत से ठीक ऊपर पूरब दिशा में पांच सौ मीटर की ओर है। जिसके लिये एक सौ एक नाली जमीन गांव के तेईस भूमिधर बड़खेत निवासियों द्वारा दान की गई।
वर्ष 2012 में इस संस्थान की घोषणा व नामांकन बड़खेत के नाम होने के बावजूद सभी बड़खेत निवासियों द्वारा एकत्र हो वर्ष 2019 में ग्रामीण धीरेन्द्र सिंह नेगी के नेतृत्व में मैलाडांडा की भूमि दान कर रजिस्ट्री नामे में करवाई गयी।
तदुपरान्त भवन निर्माण को कार्यदाई संस्था उत्तर प्रदेश निर्माण निगम को जिम्मेदारी सौंपी गई। लेकिन पांच साल बीतने पर भी अभी तक भवन निर्माण टिन शेड का ढांचा खाका युक्त तैयार हो ही रहा है ।
दुमंजिले बन रहे भवन में कार्य हेतु भेजा गया दो ट्रक सीमेंट खराब हो चुका है।टिन चद्दर की फिटिंग सही नहीं होने पर कुछ चद्दर गर्मियों में तूफान उड़ाकर कोटड़ी की ओर पहाड़ी में चली गई जहां से जिसके हाथ लगी साथ ले गए।
ऐसे ही वहां पहुंची टाइल्स या अन्य सामग्री की अस्त व्यस्त स्थिति दिखाई देती है। विगत दो वर्ष तक लगातार पानी की आपूर्ति कर रहे भारत सिंह गुसाईं का कहना है कि अपने पिकप से आपूर्ति करने के सालों बाद भी ठेकेदार ने आज तक भी उनका भुगतान नहीं किया।
यद्यपि भवन निर्माण में पेयजल संकट भी आड़े आ रहा हो जिस हेतु नियमित पेयजलापूर्ति कराने के लिए डबराड से पेयजल लाइन बिछाने का अनापत्ति प्रमाण पत्र भी मल्ला बड़खेत निवासियों द्वारा क्षेत्रीय विधायक को भेजा गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पॉलीटेक्निक कॉलेज घोषित होने पर कुछ ही साल बाद एक कक्ष राजकीय इंटर कॉलेज में संचालित हेतु दिया गया तत्पश्चात प्राचार्य भी नियुक्त हुये लेकिन वह कागजों में सिमट कर रह गये। अब तक इस निर्माण कार्य के लिए निर्माण निगम द्वारा पांच ठेकेदार क्रमशः बुनियाद, ढांचा,छत निर्माण, चहारदीवारी तथा ढुलान हेतु तैनात किये लेकिन किसी का भी काम सन्तोषजनक शायद ही रहा हो।
इस विषय पर सचिव तकनीकी शिक्षा से दूरभाष पर वार्ता में बताया गया कि शासन से बजट आवंटन के हिसाब से निर्माण कार्य प्रगति पर है जल्द पूर्ण करेंगे।
क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्तिया बिनीता ध्यानी का कहना है कि यह दुर्भाग्य ही है कि मंजूरी के बाद भी संशय बना हुआ है, क्षेत्रीय लोगों के प्रयास को निरर्थक नहीं जाने दिया जायेगा। माननीय विधायक लैंसडौन इस मुद्दे पर जरूर संज्ञान लेकर शीघ्र कार्रवाई सुनिश्चित करवायेंगे।
क्षेत्रीय विधायक महन्त दलीप सिंह रावत का कहना है कि हर हाल में इसी वर्ष भवन बनकर तैयार करवाया जायेगा ताकि क्षेत्रीय युवाओं को पॉलीटेक्निक करने हेतु बाहर नहीं जाना पड़ेगा।