Rudraksha Ke Niyam: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक रुद्राक्ष को गले, कलाई पर धारण कर सकते हैं. रुद्राक्ष को गले में धारण करना सबसे शुभ माना जाता है. जब व्यक्ति इसे स्नान और महादेव की पूजा करने के बाद धारण करता है तो इससे सकारात्मक लाभ मिलता है।
Rudraksha Dharan Karne Ke Niyam: हिंदू धर्म मे रुद्राक्ष (Rudraksha) का बहुत महत्व है. मान्यता है कि रुद्राक्ष भगवान महादेव (Mahadev) के आंसुओं से बना है. रुद्राक्ष को महादेव (Lord Shiva) का आभूषण माना जाता है. शास्त्रों में रुद्राक्ष को धारण करने के कई लाभ बताए गए हैं. हिंदू (Hindu) धर्म की मान्यताओं के अनुसार रुद्राक्ष की माला पहनने से कई तरह के शारिरिक और मानसिक लाभ होते हैं. ज्योतिषी (Astrologer) बताते हैं कि रुद्राक्ष पहनने से सकारात्मक विचार आते हैं. रुद्राक्ष को पहनने के कुछ नियम होते हैं उन्ही को ध्यान में रखते हुए इसे धारण करना चाहिए।
- ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, रुद्राक्ष को अपनी कलाई, गले और हृदय पर धारण कर सकते हैं. रुद्राक्ष को गले में धारण करना सबसे शुभ माना जाता है. इसे स्नान और महादेव की पूजा के बाद धारण करने से सकारात्मक लाभ मिलता है।
- अगर रुद्राक्ष को कलाई पर धारण करते हैं तो 12 रुद्राक्ष को कलाई पर धारण कर सकते हैं. गले में 36 और हृदय पर 108 रुद्राक्ष की माला बनाकर पहनना चाहिए।
- रुद्राक्ष धारण करने के लिए सबसे पवित्र माह सावन का माना जाता है. इसके अलावा शिवरात्रि पर भी आप रुद्राक्ष को धारण कर सकते हैं. साथ ही इसे किसी भी माह के सोमवार को पूजा-पाठ के बाद धारण किया जा सकता है।
- रुद्राक्ष को धारण करने से पहले इसे भगवान शिव को समर्पित किया जाना चाहिए।
किन लोगों को नहीं पहनना चाहिए रुद्राक्ष?
- बच्चे के जन्म पर: हिंदू धर्म की मान्यताओं के यदि किसी स्त्री को रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी गई है तो बच्चे के जन्म के बाद सूतक काल समाप्त होने तक उसे रुद्राक्ष उतार देना चाहिए. इसके अलावा रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति को जहां नवजात शिशु और उसकी मां हो, उस स्थान पर प्रवेश नहीं करना चाहिए. अगर किन्ही कारणों से उसे वहां जाना भी पड़े तो पहले रुद्राक्ष को उतार देना चाहिए.
- मांसाहार का सेवन करने वाले व्यक्ति: मांसाहार करने वाले व्यक्तियों को रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार रुद्राक्ष धारण करने से पहले धूम्रपान और मांसाहार भोजन से दूरी बना लेना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि मांसाहार करने से रुद्राक्ष अशुद्ध होता है, जिसके कारण भविष्य में कष्ट उठाने पड़ सकते हैं. इससे रुद्राक्ष के बुरे परिणाम सामने आ सकते हैं. इसलिए मांसाहार करने वाले व्यक्तियों को रुद्राक्ष नहीं धारण करना चाहिए.
- सोते समय न पहनें रुद्राक्ष: सोते समय रुद्राक्ष को उतार देना चाहिए. सोते समय आप इसे उतार कर अपने तकिए के नीचे रख सकते हैं. ऐसा करने से आपको बुरे सपने भी नहीं आएंगे. जिन लोगों को नींद नहीं आती या सोने में दिक्कतें आती हैं, उन्हें भी इससे फायदा मिलेगा. सोते समय कभी भी रुद्राक्ष पहनकर नहीं सोएं.
- श्मशान घाट: श्मशान घाट में रुद्राक्ष पहनकर जाना शुभ नहीं माना जाता है. इसलिए श्मशान घाट जाते समय हमेशा रुद्राक्ष को उतार दें।