देहरादून: युवा क्रिकेटर आर्य सेठी के साथ मारपीट और जान से मारने की धमकी के आरोप में घिरे Cricket Association of Uttarakhand के सचिव माहिम वर्मा को देहरादून की वसंत विहार थाना पुलिस शिद्दत से तलाश रही, लेकिन वह गायब हैं।
माहिम का ठिकाना न मिलने और फोन भी न उठने पर पुलिस ने CaU के Head Of Operation अमित पांडे से पूछताछ की। अमित ने
www.chetangurungg.com से बातचीत में माना कि उनसे पुलिस ने पूछताछ की। उनके मुताबिक किसी ने पुलिस को कह दिया कि मैं उनका करीबी हूँ। लिहाजा मुझसे पूछताछ कर ली, लेकिन मुझे इस मामले की न तो जानकारी थी न ही मुझ पर कोई आरोप है। मुझसे सिर्फ माहिम के बारे में ये पूछ कर छोड़ दिया गया कि वह कहाँ है। देहरादून के SSP-DIG जन्मेजय खंडूरी ने www.chetangurungg.com से कहा,`मैंने आज माहिम समेत बाकी आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं। इस मामले में पुलिस बिना किसी दबाव के निष्पक्ष जांच करेगी’। DGP अशोक कुमार ने कहा कि पुलिस इस मामले में बिना किसी दबाव के काम करेगी। वह किसी को बचाने की कोशिश नहीं कर रही है।
DGP अशोक कुमार:बिना किसी दबाव के कार्रवाई करेगी पुलिस
माहिम के बारे में Association के CEO मोहित डोभाल ने सफाई दी कि वह आधिकारिक कार्यों से एक हफ्ते से दिल्ली में हैं। CaU के प्रवक्ता संजय गुसाईं ने इसके उलट ये कहा कि पिछले दो दिनों से सचिव कहाँ है, इसकी कोई जानकारी किसी को नहीं है। वह निजी कार्यों से राजधानी से बाहर हैं। इतना जानते हैं।
आर्य के पिता वीरेंद्र सेठी की गुजारिश पर जुडीशियल मजिस्ट्रेट की अदालत ने पुलिस को आदेश दिए हैं कि मुकदमा दर्ज कर संबन्धित आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाए।
CaU सचिव माहिम वर्मा (बाएँ) काँग्रेस नेता राजीव शुक्ल के साथ:पुलिस को तलाश
वीरेंद्र ने www.chetangurungg.com से कहा कि कई कोशिशों और गुजारिशों के बावजूद वसंत विहार थाना पुलिस ने न तो मुकदमा दर्ज किया न ही इस बाबत कोई दिलचस्पी ही दिखाई कि जांच कर दूध का दूध,पानी का पानी किया जाए। वह आरोपियों के साथ नर्म बर्ताव करती दिखाई दी। इसके चलते ही अदालत की शरण लेनी पड़ी। अदालत ने 156 (3) में कार्रवाई के आदेश पुलिस को दिए हैं। इसके बाद से पुलिस माहिम और बाकी आरोपियों को तलाश रही और उनके नंबरों पर संपर्क करने की कोशिश कर रही।
CaU प्रवक्ता संजय गुसाईं:मालूम नहीं कहाँ हैं माहिम:निजी कार्यों से बाहर हैं
पुलिस और CaU सूत्रों के मुताबिक माहिम न तो फोन उठा रहे, न ही उनके बारे में किसी को कोई पुख्ता जानकारी है। इस मामले में और भी कई आरोपी सेठी पिता-पुत्र की तरफ से हैं। माहिम के फोन न उठाने के कारण पुलिस ने Operation Head अमित को तलब किया। अमित ने कहा कि वह थाने तो नहीं गए लेकिन पुलिस ने जितना पूछा उतना फोन पर बता दिया। उन्होंने ये पुष्टि की कि उनसे माहिम की मौजूदगी के बारे में जानकारी मांगी गई। उनको सचिव का वर्तमान ठिकाना मालूम न होने के चलते वह कुछ बता नहीं सके। पुलिस की पूछताछ से घबरा के अमित ने कैंट विधायक सरिता कपूर के बेटे से संपर्क साधा।
माहिम और अन्य CaU ओहदेदारों पर लगे आरोपों की गंभीरता से जांच हो
उनके बेटे अमित भी CaU के सदस्य हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि अमित का आरोपों से को वास्ता ही नहीं है। पांडे के अनुसार उनका आर्य को जान से मारने की धमकी वाले मामले से कोई वास्ता नहीं है। उनको ये भी नहीं मालूम कि माहिम कहाँ है। माहिम की Location को ले के किसी भी जिम्मेदार ओहदेदार के पास ठीक-ठीक जानकारी का अभाव दिख रहा। प्रवक्ता संजय ने कहा कि वह सिर्फ इतना जानते हैं कि दो दिनों से माहिम देहरादून में नहीं हैं। वह कहाँ है ये भी नहीं जानते। अलबत्ता, वह आधिकारिक कार्यों के बजाए निजी कार्यों से बाहर हैं। वह फरार नहीं हैं।
आजाद MLA उमेश शर्मा भी CaU की कारस्तानियों के खिलाफ विधानसभा में आवाज उठा चुके हैं। सदन के बाहर धरना दे चुके हैं
CEO मोहित ने कहा,`माहिम 7-8 दिनों से बाहर हैं। वह देश से बाहर नहीं बल्कि दिल्ली में हैं और Association के कार्यों से गए हैं। 2-3 दिनों में लौट आएंगे’। VP संजय रावत ने कहा कि माहिम ही नहीं बल्कि President जोत सिंह गुनसोला की और Association से जुड़ी कोई भी और किसी भी किस्म की कोई जानकारी उनको कभी नहीं दी जाती। ऐसे में वह माहिम की Location के बारे में कुछ बताने की हैसियत में नहीं हैं। संजय ने कहा कि,`अगर पुलिस उनको तलाश रही तो बेहतर यही होगा कि वह उसके सामने पेश हो के अपनी दलीलें-सफाई पेश करें। CaU और उनके हित में यही उचित रहेगा’।
आरोप लगाया जा रहा है कि पुलिस इस मामले में जान-बूझ के हीला-हवाली कर न तो FIR दर्ज कर रही न ही आरोपों के बारे में जांच करना चाहती है। वह सिर्फ टाल-मटोल में लगी है। मामले को लंबा खींचने की कोशिश कर रही। अब अदालत ने कार्रवाई के आदेश दे दिए तो भी वह एक हफ्ते से सिर्फ फोन पर ही माहिम और बाकी आरोपियों को तलाशने की औपचारिकता कर रही। SSP-DIG जन्मेजय ने आज इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए वसंत विहार थाना पुलिस को आड़े हाथों ले के तत्काल FIR दर्ज कर कार्रवाई करने के आदेश दिए।
पुलिस कप्तान ने www.chetangurungg.com से कहा, `आरोपी कोई भी हो, पुलिस बिना किसी हिचक के तथ्यों और पहलुओं के आधार पर जांच और कार्रवाई करेगी। मैंने FIR करने के आदेश दे दिए हैं। अगर कोई वाकई दोषी है तो उसकी जगह सींखचों के पीछे जल्द होगी’। एसोसिएशन में घोटालों की गंध पर आवाज उठाने के चलते कामकाज से हटा दिए गए कोषाध्यक्ष पृथ्वी सिंह नेगी ने कहा,`पुलिस की इस कार्रवाई के साथ ही BCCI और CaU के Ombudsman व एथिक्स अफसर को भी अपना कर्तव्य निभाते हुए क्रिकेट और क्रिकेटरों के साथ इंसाफ करना होगा।
DGP अशोक कुमार ने कहा कि पुलिस अपना काम पूर्वाग्रह और किसी अवांछित दबाव के करेगी। ये सही नहीं है कि पुलिस किसी दबाव के चलते माहिम या फिर CaU के उन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कर रही, जिनके खिलाफ आरोप हैं। Association के संरक्षक और पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि पुलिस अगर ईमानदारी से कार्रवाई करे तो उत्तराखंड क्रिकेट का भला होगा। एसोसिएशन में घुस आए लोभी और भ्रष्ट लोगों के खिलाफ मुहिम में हर तबके को साथ खड़ा होना होगा। आने वाले दिन CaU और क्रिकेट की दुनिया में उथल-पुथल भरे होने वाले नजर आ रहे हैं।
उत्तराखंड के क्रिकेटरों के साथ भेदभाव-घूसख़ोरी और तमाम अन्य गंभीर आरोपों को ले के CM पुष्कर सिंह धामी और CMO बेहद गंभीर है। इस मामले में कार्रवाई की तैयारी चल रही है। CaU के खिलाफ टीम चयन में घूसख़ोरी के आरोपों पर गुरुग्राम पुलिस भी कई बार पूछताछ कर चुकी है। उत्तराखंड ने देश भर में सिर्फ क्रिकेट के चलते ही खेलों की दुनिया में बदनामी ओढ़ी हुई है। खुद उसके पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा संरक्षकों में शुमार हीरा बिष्ट उसके कारनामों के खिलाफ धारणा-प्रदर्शन कर चुके हैं।