रिपोर्ट: अनीता तिवारी
NEET Update जिस मुद्दे पर देश उबाल मार रहा है जिस परीक्षा के विवाद में युवा सड़कों पर है ऐसे चर्चित नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के महानिदेशक (DG) के सुलगते पोस्ट पर देवभूमि के लाल को कमान सौंपी गयी है। 1985 के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी (सेनि.) उत्तराखंड निवासी प्रदीप सिंह खरोला पूर्व में एयर इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) समेत कई जिम्मेदार पदों पर रह चुके हैं। प्रदीप खरोला देहरादून के गढ़ी कैंट के रहने वाले हैं। जिन्होंने कैंब्रियन हॉल स्कूल से शिक्षा ग्रहण की है। उनके पिता बीबीएस खरोला सेना से ऑर्नरी लेफ्टिनेंट कर्नल पद से रिटायर थे। 2017 में एयर इंडिया का चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक नियुक्त होने से पहले वे बेंगलुरु मेट्रो रेल निगम के प्रबंध निदेशक रहे। ऐसे में अब एक बार फिर देश की अहम कुर्सी पर उत्तराखंड के लाल को कमाल करके दिखाने की चुनौती है।
देश की अहम कुर्सियों पर हैं देवभूमि के बेटे NEET Update
खरोला का जन्म 1961 में देहरादून में ही हुआ था। कैंब्रियन हॉल स्कूल से कुछ सालों तक पढ़ाई करने के बाद प्रदीप खरोला ने हायर सेकेंडरी महू से की। वर्ष 1977 में इंदौर से बीटेक में प्रवेश लिया। बीटेक करने के बाद दिल्ली से एमटेक किया। इसी दौरान उनका अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन हुआ। शुक्रवार को एनटीए प्रमुख बनने के बाद गढ़ी कैंट में रह रहे उनके परिजनों में खुशी की लहर है। उनकी बहन आशा सेन और विजय सिंह सेन का परिवार भी यहीं रहता है। खरोला के दो बेटे सोमेंद्र और प्रतिभानु हैं। 1985 बैच के कर्नाटक कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी खरोला 2021 में नागरिक उड्डयन सचिव के पद से सेवानिवृत हुए थे. इसके बाद मार्च 2022 में उन्हें राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी (NRA) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. वर्तमान में वह आईटीपीओ के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के रूप में भी काम करे हैं.
प्रदीप सिंह खरोला नेशनल एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म कमीशन के ज्वाइंट सेक्रेटरी भी रहे हैं. अपने लंबे करियर में प्रदीप खरोला के नाम शहरी शासन, शहरी सार्वजनिक परिवहन और नीति निर्माण का अनुभव दर्ज है. 2012 में उन्हें ई-गवर्नेस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है. इसके अलावा, वर्ष 2013 में उन्हें प्रधानमंत्री उत्कृष्ट लोक प्रशासन पुरस्कार भी प्रदान किया गया. अपने करियर में उन्होंने औद्योगिक विकास, पर्यटन प्रबंधन, सार्वजनिक परिवहन प्रणाली, शासन सुधार, कर प्रशासन आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में काम किया है और प्रशासन में सुधार लाने के लिए जाने जाते हैं. कई अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पत्रिकाओं में उनके शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं.अब देश की नज़र NEET और NTA के नए मुखिया के अगले कुछ दिनों की कार्यवाही पर टिक गयी है।