Monday, November 10, 2025
  • About
  • Term & Condition
  • Privacy Policy
  • Contact
  • Home
  • उत्तराखंड
  • राजनीती
  • नौकरी
  • क्राइम
  • हेल्थ
  • हादसा
  • शिक्षा
  • More
    • एंटरटेनमेंट
    • लाइफ स्टाइल
    • रियल स्टेट
    • मौसम
    • वेल्थ
    • क्रिकेट
No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • राजनीती
  • नौकरी
  • क्राइम
  • हेल्थ
  • हादसा
  • शिक्षा
  • More
    • एंटरटेनमेंट
    • लाइफ स्टाइल
    • रियल स्टेट
    • मौसम
    • वेल्थ
    • क्रिकेट
No Result
View All Result
No Result
View All Result

धराली आपदा: इसरो संस्थान ने एक साल पहले दी थी चेतावनी, विभाग ने किया नजरअंदाज

August 10, 2025
in उत्तराखंड
बड़ी खबर: धराली गांव के विस्थापन पर प्रशासन ने बढ़ाया कदम, लंका क्षेत्र में बसाने की तैयारी
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

You might also like

रजत जयंती पर नहीं खुल सका प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट ‘सैन्य धाम’, भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा उद्घाटन टला?

दर्दनाक हादसा: अनियंत्रित मैक्स वाहन दुर्घटनाग्रस्त। दो की मौत, छह घायल

नैनीताल में हिमालयन फूड फेस्टिवल का आयोजन — 16 स्टालों ने परोसे कुमाऊं के पारंपरिक स्वाद

धराली-हर्षिल आपदा: इसरो के आई.आई.आर.एस. ने एक साल पहले दी थी कृत्रिम झीलों के खतरे की चेतावनी, आपदा प्रबंधन विभाग ने किया नजरअंदाज

देहरादून/उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिले के धराली, सुखीटॉप और हर्षिल क्षेत्र में आई भीषण आपदा को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है। इसरो के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग (आई.आई.आर.एस.), देहरादून ने करीब एक वर्ष पूर्व ही उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को एक विस्तृत रिपोर्ट भेजकर चेतावनी दी थी कि इन क्षेत्रों के ऊपरी हिस्सों में कई कृत्रिम झीलों का निर्माण हो चुका है, जो किसी भी समय टूटकर एक भयानक आपदा का रूप ले सकती हैं।

आई.आई.आर.एस., जो देश के सबसे प्रतिष्ठित रिमोट सेंसिंग संस्थानों में से एक है, की यह चेतावनी रिपोर्ट स्पष्ट रूप से संभावित ग्लेशियर लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF) और भूस्खलन जनित आपदाओं के खतरे की ओर इशारा कर रही थी। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि आपदा प्रबंधन विभाग ने इस रिपोर्ट को नकारते हुए दावा किया कि उन्हें ऐसी कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई।


समय रहते कार्रवाई होती तो टल सकता था बड़ा नुकसान

विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने आई.आई.आर.एस. की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए त्वरित स्थलीय निरीक्षण, भूगर्भीय सर्वेक्षण और जी.आई.एस. मैपिंग करवाई होती, तो धराली और हर्षिल में हुई जान-माल की भारी हानि से बचा जा सकता था। पुराने और नए सैटेलाइट डेटा का तुलनात्मक अध्ययन (Comparative Analysis) करके कृत्रिम झीलों की स्थिति, पानी की मात्रा और संभावित टूटने के खतरे का सटीक आकलन किया जा सकता था।

लेकिन हकीकत यह है कि उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग के पास पिछले 5 वर्षों से जी.आई.एस. (Geographic Information System) डेटा का अपडेट ही नहीं है, क्योंकि जी.आई.एस. कार्य देखने वाले अनुभवी कार्मिक विभाग में मौजूद नहीं हैं। डेटा अपडेट न होने के कारण पुराने और नए उपग्रह चित्रों की तुलना करके जोखिम का आकलन करना ही संभव नहीं हुआ।


हाईकोर्ट के आदेश की भी अनदेखी

गौरतलब है कि वर्ष 2019 में अजय गौतम ने माननीय उत्तराखंड उच्च न्यायालय में एक याचिका दाखिल की थी, जिसमें गंगोत्री ग्लेशियर और उसके आसपास के क्षेत्रों में कृत्रिम झीलों के निर्माण को लेकर गंभीर खतरे की चेतावनी दी गई थी। इस पर उच्च न्यायालय ने आपदा प्रबंधन विभाग को निर्देश दिए थे कि वह समय-समय पर गंगोत्री ग्लेशियर और उसके समीपवर्ती क्षेत्रों का निरंतर सर्वेक्षण करे और रिपोर्ट तैयार करे।

लेकिन, उपलब्ध तथ्यों के अनुसार, आपदा प्रबंधन विभाग ने न तो नियमित सर्वेक्षण किया और न ही कोर्ट के आदेशों का पालन किया। नतीजा यह हुआ कि आई.आई.आर.एस. जैसी प्रतिष्ठित संस्था की चेतावनी भी धूल फांकती रही और अंततः धराली, सुखीटॉप और हर्षिल में जान-माल का भारी नुकसान हो गया।


भ्रष्टाचार और लापरवाही के गंभीर आरोप

वरिष्ठ भाजपा नेता रविन्द्र जुगरान ने इस पूरे मामले पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा,

“उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग अब ‘घोटाला प्रबंधन विभाग’ बन चुका है। करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार और घोटालों के कारण यह विभाग आपदा प्रबंधन जैसे गंभीर कार्यों को दरकिनार कर चुका है।”

जुगरान ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि आई.आई.आर.एस. की रिपोर्ट को नजरअंदाज करने वाले आपदा प्रबंधन विभाग और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सभी जिम्मेदार अधिकारियों की पहचान की जाए और उनकी लापरवाही के कारण हुई जनहानि और वित्तीय नुकसान के लिए उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई और मुकदमा दर्ज किया जाए।

उन्होंने यह भी घोषणा की कि वह जल्द ही आपदा प्रबंधन विभाग में हुए करोड़ों रुपये के कथित भ्रष्टाचार और घोटालों की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करके मुख्यमंत्री को सौंपेंगे।


जनता में बढ़ा अविश्वास

धराली और हर्षिल जैसी घटनाओं ने राज्य की आपदा प्रबंधन व्यवस्था पर जनता का भरोसा कमजोर कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक तकनीकी संस्थानों की चेतावनियों को गंभीरता से लेकर समय पर कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक उत्तराखंड जैसे संवेदनशील पर्वतीय राज्य में आपदाओं के खतरे को कम नहीं किया जा सकता।

Tags: Artificial Lakes UttarakhandDharali DisasterDisaster Management CorruptionGlacier Lake ThreatHarsil DisasterISRO IIRS WarningUttarakhand Disaster Management
Previous Post

उत्तरकाशी आपदा: राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने भेजी राहत सामग्री, क्यारक गांव की सुध लेने न सरकार न प्रशासन

Next Post

आज सौड़ में खिला हरियाली का उत्सव, ‘पर्यावरण मेला’ में गूंजा वृक्षारोपण का संकल्प 

Related Posts

रजत जयंती पर नहीं खुल सका प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट ‘सैन्य धाम’, भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा उद्घाटन टला?
उत्तराखंड

रजत जयंती पर नहीं खुल सका प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट ‘सैन्य धाम’, भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा उद्घाटन टला?

by Seemaukb
November 9, 2025
दर्दनाक हादसा: अनियंत्रित मैक्स वाहन दुर्घटनाग्रस्त। दो की मौत, छह घायल
उत्तराखंड

दर्दनाक हादसा: अनियंत्रित मैक्स वाहन दुर्घटनाग्रस्त। दो की मौत, छह घायल

by Seemaukb
November 9, 2025
Next Post
आज सौड़ में खिला हरियाली का उत्सव, ‘पर्यावरण मेला’ में गूंजा वृक्षारोपण का संकल्प 

आज सौड़ में खिला हरियाली का उत्सव, ‘पर्यावरण मेला’ में गूंजा वृक्षारोपण का संकल्प 

Discussion about this post

Categories

  • Uncategorized
  • उत्तराखंड
  • एंटरटेनमेंट
  • क्राइम
  • क्रिकेट
  • नौकरी
  • मौसम
  • राजनीती
  • रियल स्टेट
  • लाइफ स्टाइल
  • वेल्थ
  • शिक्षा
  • हादसा
  • हेल्थ

Recommended

बड़ी खबर: जोशीमठ में दरार वाले भवनों को बनाया जाएगा रहने लायक।बरसात के बाद होगा काम शुरू

बड़ी खबर: जोशीमठ में दरार वाले भवनों को बनाया जाएगा रहने लायक।बरसात के बाद होगा काम शुरू

July 5, 2023
Bhagya Laxmi Yojana: इस योजना के तहत सरकार देगी बेटियों को 2 लाख रुपए

Bhagya Laxmi Yojana: इस योजना के तहत सरकार देगी बेटियों को 2 लाख रुपए

May 10, 2024

Don't miss it

रजत जयंती पर नहीं खुल सका प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट ‘सैन्य धाम’, भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा उद्घाटन टला?
उत्तराखंड

रजत जयंती पर नहीं खुल सका प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट ‘सैन्य धाम’, भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा उद्घाटन टला?

November 9, 2025
श्री महंत इंदिरेश अस्पताल ने हरिद्वार में लगाया निःशुल्क कैंसर जागरूकता एवं स्वास्थ्य परीक्षण शिविर
हेल्थ

श्री महंत इंदिरेश अस्पताल ने हरिद्वार में लगाया निःशुल्क कैंसर जागरूकता एवं स्वास्थ्य परीक्षण शिविर

November 9, 2025
अल्मोड़ा जिला अस्पताल में आयुर्वेदिक उपचार व्यवस्था सुदृढ़ — सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाण्डे के प्रयास लाए रंग
हेल्थ

अल्मोड़ा जिला अस्पताल में आयुर्वेदिक उपचार व्यवस्था सुदृढ़ — सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाण्डे के प्रयास लाए रंग

November 9, 2025
दर्दनाक हादसा: अनियंत्रित मैक्स वाहन दुर्घटनाग्रस्त। दो की मौत, छह घायल
उत्तराखंड

दर्दनाक हादसा: अनियंत्रित मैक्स वाहन दुर्घटनाग्रस्त। दो की मौत, छह घायल

November 9, 2025
देहरादून ग्रीन बिल्डिंग प्रोजेक्ट में फिर लापरवाही उजागर, खनन विभाग की छापेमारी में पोकलैंड मशीन सीज – ठेकेदार पर लगा जुर्माना
क्राइम

देहरादून ग्रीन बिल्डिंग प्रोजेक्ट में फिर लापरवाही उजागर, खनन विभाग की छापेमारी में पोकलैंड मशीन सीज – ठेकेदार पर लगा जुर्माना

November 9, 2025
Breking: देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी ने वायरल पत्र को बताया फर्जी, मुकदमा दर्ज
क्राइम

Breking: देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी ने वायरल पत्र को बताया फर्जी, मुकदमा दर्ज

November 9, 2025
Uttarkhand Brodcast Logo

Recent Posts

  • रजत जयंती पर नहीं खुल सका प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट ‘सैन्य धाम’, भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा उद्घाटन टला?
  • श्री महंत इंदिरेश अस्पताल ने हरिद्वार में लगाया निःशुल्क कैंसर जागरूकता एवं स्वास्थ्य परीक्षण शिविर
  • अल्मोड़ा जिला अस्पताल में आयुर्वेदिक उपचार व्यवस्था सुदृढ़ — सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाण्डे के प्रयास लाए रंग

Browse by categories

  • Uncategorized
  • उत्तराखंड
  • एंटरटेनमेंट
  • क्राइम
  • क्रिकेट
  • नौकरी
  • मौसम
  • राजनीती
  • रियल स्टेट
  • लाइफ स्टाइल
  • वेल्थ
  • शिक्षा
  • हादसा
  • हेल्थ

Calendar

November 2025
M T W T F S S
 12
3456789
10111213141516
17181920212223
24252627282930
« Oct    

© 2025 - All Right Reserved For Uttarakhand Broadcast Designed By Ashwani Rajput.

No Result
View All Result
  • Home
  • राजनीती
  • शिक्षा
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • हादसा
  • क्रिकेट
  • नौकरी
  • More
    • एंटरटेनमेंट
    • लाइफ स्टाइल
    • रियल स्टेट
    • मौसम

© 2025 - All Right Reserved For Uttarakhand Broadcast Designed By Ashwani Rajput.