देहरादून जिले के मालदेवता क्षेत्र में आई आपदा के पीछे नदी पर बने अवैध और विशालकाय रिसॉर्ट को मुख्य कारण माना जा रहा है। जिलाधिकारी सविन बसंल ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और स्पष्ट किया कि अतिक्रमण और अवैध निर्माण के कारण करोड़ों की सरकारी व निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। प्रशासन ने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई तय है।
ग्राउंड जीरो पर डीएम और प्रशासनिक अमला
जिलाधिकारी सविन बसंल ने देर शाम तक आपदा प्रभावित क्षेत्रों – केसरवाला, मालदेवता, बांडावाली और खेरीमानसिंह का दौरा किया। उन्होंने राहत और बचाव कार्यों में लगे कार्मिकों, फोर्स और श्रमिकों का हौसला बढ़ाया।
रिसॉर्ट निर्माण बना तबाही का कारण
किसनपुर बांडावाली क्षेत्र में नदी का रुख मोड़कर अवैध रिसॉर्ट बनाने से सड़क और पुल बुरी तरह प्रभावित हुए।
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करीब 150 मीटर सड़क मार्ग पूरी तरह से वॉशआउट हो गया।
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पुल और सरकारी संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा।
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प्रारंभिक अनुमान के अनुसार 6 करोड़ रुपये से अधिक की सरकारी संपत्ति नष्ट हुई है।
डीएम ने साफ किया कि नदी का रुख बदलना और अवैध एप्रोच रोड बनाना सीधे तौर पर आपदा का कारण बना।
युद्धस्तर पर चल रहा है पुनर्निर्माण कार्य
प्रशासन अब आपदा प्रभावित इलाकों में सड़क, बिजली, पानी और अन्य जरूरी सुविधाओं की बहाली में जुटा है।
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मालदेवता-द्वारा रोड पुल की मरम्मत युद्धस्तर पर जारी है।
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सड़क और पुल पर सेफ्टी ऑडिट के बाद ही यातायात की अनुमति दी जाएगी।
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कुमाल्डा-द्वारा झूला पुल की धंसी एप्रोच को दुरुस्त कर दिया गया है।
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नदी को चैनलाइज कर वायरक्रेट के जरिए सड़कों की बहाली तेजी से की जा रही है।
अतिक्रमणकारियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
डीएम ने स्पष्ट किया कि अवैध निर्माण और अतिक्रमण के कारण सरकारी व निजी संपत्तियों को हुए नुकसान की जिम्मेदारी तय होगी। न सिर्फ निर्माणकर्ता बल्कि उनके संरक्षण करने वाले भी कार्रवाई की जद में आएंगे।
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