रचिता का इस्तीफा चर्चा का विषय इसलिए बना, क्योंकि वह ऐसे परिवार से आती हैं जहां पुलिस सेवा की परंपरा रही है—उनके पिता और दादा, दोनों ही पुलिस विभाग में रह चुके हैं।
विजिलेंस विभाग में कर रहीं थीं तैनाती
वर्तमान में रचिता जुयाल सतर्कता विभाग (विजिलेंस) में पुलिस अधीक्षक (एसपी) पद पर कार्यरत थीं। कुछ समय पहले उन्होंने मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन को वीआरएस का आवेदन भेजा था। आवेदन में उन्होंने निजी और पारिवारिक कारणों का हवाला दिया।
हालांकि, सूत्रों का कहना है कि निजी क्षेत्र में अवसरों और दबावपूर्ण माहौल को देखते हुए उन्होंने यह कदम उठाया। इस्तीफे को लेकर सोशल मीडिया पर भी कयासबाजी तेज हो गई थी, जिसे अब केंद्र की मंजूरी के बाद औपचारिक रूप मिल गया है।
शिक्षा और UPSC सफर
देहरादून के मोथरोवाला क्षेत्र की रहने वाली रचिता जुयाल ने अपनी शुरुआती पढ़ाई कार्मन स्कूल, देहरादून से की। इसके बाद उन्होंने एक निजी विश्वविद्यालय से BBA की डिग्री प्राप्त की।
साल 2015 में उन्होंने UPSC परीक्षा पास की और 215वीं रैंक हासिल कर उत्तराखंड कैडर प्राप्त किया।
अहम जिम्मेदारियों पर तैनाती
करीब 10 साल की सेवा अवधि में रचिता जुयाल ने कई अहम जिम्मेदारियां निभाईं।
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अल्मोड़ा और बागेश्वर जिलों में उन्होंने पुलिस अधीक्षक का कार्यभार संभाला।
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राजभवन में राज्यपाल की ADC के पद पर भी तैनात रहीं।
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केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर उन्हें इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में भी भेजा गया।
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हाल ही में विजिलेंस विभाग में रहते हुए उन्होंने भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में कार्रवाई की।
पुलिस परिवार की विरासत
रचिता जुयाल एक पुलिस पृष्ठभूमि वाले परिवार से आती हैं।
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उनके पिता बी.डी. जुयाल, सीबी-सीआईडी में इंस्पेक्टर रहे।
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दादा जे.पी. जुयाल भी पुलिस अधिकारी थे।
परिवार से मिली प्रेरणा के कारण ही उन्होंने सिविल सेवा को अपना करियर चुना था।
पारिवारिक जीवन
रचिता जुयाल ने फिल्म निर्माता यशस्वी जुयाल से विवाह किया है। यशस्वी, बॉलीवुड अभिनेता और डांसर राघव जुयाल के भाई हैं।
फिल्म निर्माण में यशस्वी की फिल्मों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना मिली है। दोनों की मुलाकात कोविड-19 महामारी के दौरान हुई थी।
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