देहरादून: उत्तराखंड में स्मार्ट मीटरों से जुड़ी उपभोक्ता परेशानियों के खिलाफ राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने आज देहरादून स्थित उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPCL) के मुख्यालय ऊर्जा भवन पर जोरदार प्रदर्शन किया। पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए स्मार्ट मीटरों की बढ़ी रीडिंग और भारी बिजली बिलों के खिलाफ आवाज बुलंद की।
प्रदर्शन के दौरान पार्टी के प्रतिनिधिमंडल से मिलने पहुंचे मुख्यालय के अधीक्षण अभियंता डी.एस. पंवार ने प्रदर्शनकारियों की समस्याएं सुनीं और उनके निस्तारण का आश्वासन दिया।
पारदर्शिता की कमी और बढ़े बिलों पर जताई आपत्ति
पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाए जाने के बाद उपभोक्ताओं को सामान्य से कई गुना अधिक बिजली बिल प्राप्त हो रहे हैं, जिससे आम जनता परेशान है।
पार्टी के जिला अध्यक्ष नवीन पंत ने कहा कि राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी हमेशा उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध रही है। लेकिन वर्तमान में स्मार्ट मीटरों की स्थापना और संचालन में पारदर्शिता की भारी कमी है, जिससे लाखों उपभोक्ताओं को आर्थिक और मानसिक दोनों प्रकार से नुकसान उठाना पड़ रहा है।
“बिना सहमति लगाए जा रहे मीटर” — प्रदर्शनकारियों का आरोप
पार्टी नेता संजीव घिल्ड़ियाल ने कहा कि ऊर्जा विभाग बिना किसी पूर्व सूचना या सहमति के उपभोक्ताओं के पुराने मीटर हटा रहा है और स्मार्ट मीटर लगा रहा है, जिससे बिलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं रह गई है।
किसान एकता मंच के प्रवीण सिंह ने कहा कि राज्यभर में स्मार्ट मीटरों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी हैं। उपभोक्ता सटीक बिलिंग और पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं।
वन एवं पर्यावरण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष योगेश ईष्टवाल ने कहा कि यह न केवल उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ बढ़ा रहा है, बल्कि राज्य सरकार की ‘स्मार्ट ऊर्जा नीति’ की विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिह्न लगा रहा है।
ज्ञापन में रखी गई प्रमुख मांगें
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने ऊर्जा निगम को सौंपे गए ज्ञापन में निम्नलिखित प्रमुख मांगें रखीं:
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सभी प्रभावित उपभोक्ताओं के स्मार्ट मीटरों की तत्काल और स्वतंत्र जांच कराई जाए।
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दोषपूर्ण मीटरों को तुरंत बदला जाए।
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बढ़ी हुई रीडिंग वाले बिलों का पुनर्मूल्यांकन कर अतिरिक्त राशि वापस की जाए।
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मीटर लगाने से पूर्व उपभोक्ताओं से लिखित सहमति अनिवार्य की जाए।
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15 दिनों में शिकायतों का निस्तारण करने के लिए विशेष टास्क फोर्स गठित की जाए।
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स्मार्ट मीटरों की सटीकता पर प्रमाणित रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए।
15 दिन में कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी
पार्टी ने ऊर्जा निगम को 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि यदि इस अवधि में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो पार्टी को उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा, जो राज्य के हित में नहीं होगा।
प्रदर्शन में मौजूद रहे प्रमुख चेहरे
इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवप्रसाद सेमवाल, प्रदेश अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल, योगेश ईष्टवाल, नवीन पंत, बी.पी. नौटियाल, संजीव घिल्ड़ियाल, परवीन बालियान, समदर्शी वर्तवाल, मीना थपलियाल, रजनी कुकरेती, रेनू नवानी, शांति चौहान, सुमन रावत, राकेश जदली, रंजना नेगी, प्रीतम नेगी और सुमित थपलियाल सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।












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