लोक पर्व पर जनता के बीच पहुंचे जिलाधिकारी
जानकारी के अनुसार, जब महिलाओं ने निर्णय लिया कि वे ईगास पर्व पर डीएम सविन बंसल को कलेक्ट्रेट जाकर सम्मानित करेंगी, तो डीएम को इसकी सूचना मिलते ही उन्होंने स्वयं सहृदय भाव से संदेश भेजा कि महिलाएं असुविधा न उठाएं — वे स्वयं गंगोत्री एन्क्लेव पहुंचेंगे।
जैसे ही डीएम सविन बंसल एन्क्लेव पहुंचे, महिलाओं और बच्चों ने लोक परंपरा के अनुसार अक्षत, हल्दी और चंदन से टीका लगाकर उनका स्वागत किया। पूरा वातावरण ईगास की उमंग और सम्मान की भावना से गूंज उठा।
डीएम ने कहा — “जनहित के कार्य मेरा दायित्व हैं, सम्मान जनता का है”
सम्मान समारोह के दौरान डीएम सविन बंसल ने गंगोत्री एन्क्लेव वासियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि
“ईगास बग्वाल राज्य का लोक पर्व है, जो सौहार्द और एकता का प्रतीक है। मैं जो भी कार्य करता हूं, वह मेरे आधिकारिक दायित्व का हिस्सा है। माननीय मुख्यमंत्री जी का मार्गदर्शन यही है कि राज्य में सौहार्द, सुरक्षा और जनकल्याण का वातावरण बना रहे।”
उन्होंने आगे कहा कि उनकी प्राथमिकता जनता की समस्याओं का समाधान है, और वे हमेशा लोगों के लिए उपलब्ध रहेंगे।
ईगास पर्व के दौरान अपनी आधिकारिक व्यस्तता के कारण 1 नवंबर को उपस्थित न हो पाने पर डीएम ने महिलाओं से क्षमा भी मांगी, जिसे देखकर उपस्थित लोग भावुक हो उठे।
सोसाइटी की महिलाओं ने कहा — “यही हैं हमारे रियल हीरो”
गंगोत्री एन्क्लेव के अध्यक्ष गरीश गैरोला ने बताया कि डीएम सविन बंसल हाल ही में एसएसपी को पीछे बाइक पर बैठाकर शहर की सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण कर रहे थे, जिसकी तस्वीर वायरल हुई थी।
इसी प्रेरणादायक क्षण से प्रभावित होकर सोसाइटी की महिलाओं ने उन्हें “रियल हीरो” की उपाधि देने का निर्णय लिया।
महिलाओं ने पारंपरिक परिधान में दाल के पकोड़े और स्थानीय व्यंजन परोसकर ईगास की परंपरा निभाई।
जनता के दिलों में बसी डीएम सविन बंसल की छवि
गंगोत्री एन्क्लेव वासियों ने कहा कि डीएम सविन बंसल का जनता के प्रति समर्पण और संवेदनशीलता उन्हें प्रशासन के सशक्त और मानवीय चेहरे के रूप में स्थापित करती है।
उनकी कार्यशैली यह संदेश देती है कि प्रशासन सिर्फ आदेश देने वाला नहीं, बल्कि जनता के बीच रहकर सुनने और समझने वाला नेतृत्व है।















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