इस मौके पर ISRO के चेयरमैन प्रोफ. वी. नारायण ने मुख्य अतिथि के रूप में ऑनलाइन शिरकत की। उन्होंने DBUU को इस अंतरराष्ट्रीय AMI कॉन्फ्रेंस को आयोजित करने वाली देश की पहली प्राइवेट यूनिवर्सिटी बनने पर बधाई दी।
कॉन्फ्रेंस की इस वर्ष की थीम थी:
‘नेक्स्ट-जेन माइक्रोबायोलॉजी, एजुकेशन, इनोवेशन एंड रिसर्च फॉर इकॉनमी, एनर्जी एंड एनवायरनमेंट’। प्रो. नारायण ने इसे बेहद रोचक और महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इस कार्यक्रम ने एक्सपर्ट माइक्रोबायोलॉजिस्ट, युवा शोधकर्ताओं और छात्रों को उत्कृष्ट विचारों का आदान-प्रदान करने का मौका दिया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष की कॉन्फ्रेंस का लगभग 50–60% हिस्सा एप्लीकेशन-ओरिएंटेड था।
इस अवसर पर प्रो. नारायण ने ISRO के 63 वर्षों के सफर और उसकी बड़ी उपलब्धियों पर भी संक्षिप्त चर्चा की।
समारोह में गेस्ट ऑफ ऑनर प्रो. आर. सी. कोहद, DBUU के वाइस प्रेजिडेंट श्री अमन बंसल, वाइस चांसलर प्रो. अजय कुमार, AMI के प्रेसिडेंट प्रो. प्रिंस कुमार, जनरल सेक्रेटरी प्रो. नमिता सिंह और कॉन्फ्रेंस के जनरल सेक्रेटरी प्रो. नबील अहमद उपस्थित रहे। उन्होंने चार दिवसीय कॉन्फ्रेंस में शोधकर्ताओं और छात्रों को उनके चुनिंदा ओरल और पोस्टर प्रेज़ेंटेशन के लिए सम्मानित किया।
DBUU की तरफ से स्टेला मारिस कॉलेज की डॉ. के. वीणा गायत्री, डॉ. विजिया लक्ष्मी, BARC की डॉ. दर्शन सुनील, NEERI की नेहा हटवार, IIT रुड़की के हरीश जी. एस. और DBUU की नेहा रावत को बेस्ट ओरल प्रेज़ेंटेशन के लिए सम्मानित किया गया।
बेस्ट पेपर प्रेज़ेंटेशन के लिए DBUU की अपूर्वा सिंह और प्रियंका सिंह सहित देश के अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के कुल सात शोधकर्ताओं को सम्मानित किया गया। इसके अलावा AMI की तरफ से कुल 31 शोधकर्ताओं और छात्रों को बेस्ट ओरल और पोस्टर प्रेज़ेंटेशन के लिए सम्मानित किया गया।
यह कॉन्फ्रेंस DBUU और AMI के बीच शोध और नवाचार के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म साबित हुआ।











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