देहरादून: प्रदेश के सबसे कमाऊ विभाग आबकारी विभाग को शराब माफिया करोड़ो का चूना लगा कर चांदी काट रहें है,जिसके कारण राजस्व को प्रत्येक माह करोड़ो का घाटा हो रहा है।मगर जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों को जरा भी इसकी भनक तक नही लग पा रही है।जिसके कारण जिले की अधिकांश शराब की दुकाने बंद होने की कगार पर है।
जनपद पौड़ी में पिछले कुछ माह से शराब माफिया सक्रिय हो गए है,इन शराब माफियाओं ने जिले के प्रत्येक बाजार में दिल्ही, हरियाणा ब्रांड की शराब की तस्करी का जिम्मा अपने कंधों में उठा रखा है,जिसके कारण राजस्व को प्रत्येक महीना करोड़ो का घाटा हो रहा है। मगर जिमेदार में बैठे आबकारी और पुलिस को जरा भी इसकी भनक तक नही लग पा रही है,या मामला कुछ और ही है।
बता दें कि सरकार की नई आबकारी नीति ने शराब कारोबारियों की कमर ही तोड़ दी है,जिसके कारण शराब कारोबारी अब अपनी दुकान में माल तक नही रख पा रहे है।जिसका पूरा फायदा शराब माफियाओं ने उठाया है और दिल्ही,हरियाणा व चंडीगढ़ ब्रांड की जमकर सप्लाई कर रहे हैं। शराब माफिया दिन
दहाड़े निजी गाड़ियों में शराब की तस्करी करते रहते है।मगर पुलिस सिर्फ दो पहियों वाहनों के चालान काटने में ही व्यस्त रखती है।
वही अब शराब माफियाओं को पकड़ने के पुलिस और आबकारी विभाग के लिए एक बड़ी चुनोती बन गई है,अगर जल्द ही इन शराब माफियाओं पर शिकंजा नही कसा गया तो सरकार के राजस्व में कई करोड़ का घाटा आ सकता है।
अब देखना होगा शासन प्रशासन में बैठे जिम्मेदार अधिकारी इन माफियाओं को कब तक पकड़तें है।