पटियाला: हिलांस सांस्कृतिक कला मंच द्वारा छोटे बच्चों को प्रशिक्षित कर एक बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले बच्चों को स्मृति चिन्ह से सम्मानित कर प्रोत्साहित किया। यह कार्यक्रम तरक सील सभागार में संपन्न हुआ।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उतराखण्ड के भाषाविद डॉ बिहारीलाल जलन्धरी, विशिष्ट अतिथि पूर्व पार्षद श्री ठारू राम, अतिथि श्री जसवीर सिंह व हरीचंद बंसल उपस्थित हुए। इस कार्यक्रम में पटियाला में उत्तराखंड समाज की सभी संस्थाओं के पदाधिकारियों को आमंत्रित किया जिसमें सर्व थी विरेन्द्र पटवाल पौड़ी गढ़वाल सभा के अध्यक्ष, उत्तरांचल सभा के अध्यक्ष जोत सिंह भंडारी, राष्ट्रीय उत्तराखंड सभा पटियाला के अध्यक्ष अशोक नेगी, जन कल्याण समिति की अध्यक्षा श्रीमती सरोज बिष्ट, यू.के. फ्रेंड्स क्लव के अध्यक्ष प्रदीप कठैत, एकता नगर सेवा समिति के अध्यक्ष बिजय सकलानी, परमार्थ कार्य सेवा समिति के अध्यक्ष पूरण सिंह जीना, खालसा नगर कीर्तन मंडली की अध्यक्षा श्रीमती भाना देवी के साथ सभी समितियों के सदस्य उपस्थित हुए।
कार्यक्रम का उद्घाटन समाजसेवी श्री प्रवीन लंगवाल ने रिबन काट कर तथा डॉ जलन्धरी ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर डॉ जलन्धरी को सम्मानित किया गया। डॉ जलन्धरी ने उपस्थित जन को संबोधित करते कहा कि हमें अपने आप को गांव से जोड़ कर रखना चाहिए। उन्होंने 2026 में होने वाले भू पैमाइश के बारे में आगाह किया कि जिसका मकान और जमीन बंजर हो चुके होंगे उन्हें सरकार अपने कब्जे में कर लेगी। तब प्रवास में स्थाई रूप से रहने वाले उतराखण्डी उतराखण्ड की पैतृक जमीन से बेदखल हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी को अपने घर दोस्तों रिश्तेदारों के साथ अपनी बोली भाषा में बात करनी चाहिए। छोटे छोटे बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच बीच में सभी समितियों के अध्यक्षों ने अपनी बात रखी।
हिलांस मंच के पदाधिकारियों में संयोजक माधो सिंह बिष्ट, चियरमैन धीरज सिंह रावत, प्रधान हरी सिंह भंडारी, महासचिव बीर सिंह सेनवाल व दिनेश चौहान, जगदीश प्रसाद, गिरीश चंद्र, गरीब सिंह, विरेन्द्र सिंह, नन्दी शाही, कबिता मेहरा, पूजा रावत, शीतल तड़ियाल, ममता देवी के सभा बच्चों के अविभावक उपस्थित हुए। मंच संचालन माधौ सिंह बिष्ट व कार्यक्रम का निदेशन श्रीमती बिनीता चौहान ने किया।