देहरादून: कोटद्वार सरकारी धन का गबन करने वालों का पर्दाफाश करए हुए फर्जी दस्तावेज बनाकर लगभग 24 लाख की धोखाधड़ी करने वाले कोटद्वार नगर निगम पार्षद व महिला ठेकेदार को पुलिस ने आज गिरफ्तार किया है
बताते चले कि 14 अक्टूबर को नगर आयुक्त किशन सिंह नेगी, ने कोतवाली कोटद्वार पर रिर्पोट दर्ज करायी कि नगर निगम कोटद्वार से वर्ष 2017-18 में 23,89,584 रुपये की धनराशि काम करने वाले ठेकेदारों के खातों में भुगतान किया गया। जिसके सम्बन्ध में केवल एक पत्रावली वर्ष 2017-18 में कार्य करने के बाद भुगतान हो चुका था।
तत्कालीन एकाउण्टेन्ट पंकज सिंह रावत द्वारा धोखाधड़ी व कूटरचना कर पुनः वर्ष-2021 में उसी कार्य का भुगतान 17,73,886 रुपये की धनराशि ठेकेदार सुमिता देवी को किया गया। रिर्पोट के आधार पर पुलिस ने धारा-409/420/467/468/471/120 (बी) के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी जांच अधिकारी उपनिरीक्षक संजय रावत दस्तावेज एवं अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य इकट्ठा कर कार्यवाही की ।
जांच में पार्षद कुलदीप सिंह पुत्र राजपाल काम्बोज का ठेकेदार सुमिता देवी का पूरा काम देखना व भुगतान की धनराशि 17,73,886 रुपये में से 15 लाख रूपये से अधिक स्वयं निकालना व एकाउण्टेन्ट पंकज सिंह रावत के साथ बांटना पाया गया।
साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने आज सुमिता देवी पत्नी स्व0 राजेन्द्र सिंह चौधरी, निवासी-बडथ्वाल कॉलोनी, पदमपुर सुखरों, कोतवाली कोटद्वार, जनपद पौड़ी गढ़वाल (उम्र-41 वर्ष), कुलदीप सिंह पुत्र राजपाल काम्बोज, निवासी गाड़ीघाट कोटद्वार, जनपद पौड़ी गढ़वाल को गिरफ्तार कर लिया हैय । जबकि अभियुक्त पंकज सिंह फरार चल रहा है।
पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह, उपनिरीक्षक संजय रावत, विकास गैरोला, श्रीयंका शामिल रहे।