देहरादून: विधानसभा के बर्खास्त कार्मिकों का 21वें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा| कार्मिकों ने मौन उपवास रख कर विधानसभा अध्यक्ष एवं सरकार से न्याय की गुहार की|
इस दौरान कार्मिकों ने कहा की बड़े अफसोस की बात है कि कल तक जो युवा विधानसभा के कार्मिक थे आज वो सड़क पर हैं उसके बावजूद भी विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी द्वारा 21 दिन से उनकी कोई सुध नहीं ली गई है, ना ही वो उनकी प्रश्नों का जवाब दे रही हैं| कार्मिकों का कहना है कि अगर जल्द से जल्द उनकी मांगे नहीं मानी गई तो आमरण अनशन पर बैठने के अलावा उनके पास कोई विकल्प नही होगा| विधान सभा के बाहर तब तक धरना देते रहेंगे जब तक उनके शरीर में प्राण है।
कार्मिकों ने बताया की हाई कोर्ट में न्यायमूर्ति मनोज तिवारी की एकल बेंच में बर्खास्त कार्मिकों की सुनवाई की तारीख 7 जनवरी को थी जिसके बाद न्यायमूर्ति ने 25 फ़रवरी को सुनवाई की तारीख दी है| उनका कहना है की बाहर कुछ तत्वों द्वारा यह भ्रामक जानकारी फैलाई गई थी कि विधानसभा के बर्खास्त कार्मिक की रिट को उच्च न्यायालय एवं उच्चतम न्यायालय द्वारा खारिज कर दिया गया है जो की सरासर गलत है| कार्मिकों द्वारा रविवार को मौन रहकर प्रदर्शन किया गया| इस दौरान कार्मिकों के समर्थन में भूतपूर्व सैनिकों ने भी कार्मिकों के साथ मुंह पर कपड़ा बांधकर विरोध प्रदर्शन किया|
इस अवसर पर भूतपूर्व सैनिक नितिन गुसाईं, जीवन सिंह, केदार सिंह, कैलाश अधिकारी, अक्षत शर्मा, विजय सिंह, भूपेंद्र सिंह, गोविंद सिंह, तुषार सिंह सहित समस्त बर्खास्त कर्मचारी मौजूद रहे|