पीपीएफ (PPF) देश में बेहद लोकप्रिय बचत योजना है. अपनी बचत को निवेश करने का यह एक सुरक्षित ऑप्शन है जिसमें आपको गारंटीड रिटर्न मिलता है. साथ ही, इससे आपको टैक्स में भी छूट मिलती है. लेकिन इसमें एक व्यक्ति पूरे फाइनांशियल ईयर के दौरान सिर्फ 1.5 लाख रुपये का ही निवेश कर सकता है. हालांकि, शादीशुदा लोग अपने पार्टनर या बच्चों के नाम पर पीपीएफ में अकाउंट खुलवा सकते हैं।
ओर इसी तरह आप पीपीएफ से ज्यादा लाभ उठा सकते हैं।
फिलहाल पीपीएफ पर 7.1 फीसदी की वार्षिक दर से ब्याज दिया जा रहा है. जिसे सुरक्षित निवेश के लिहाज से काफी अच्छा माना जाता है. अगर आप पीडीएफ से ज्यादा लाभ उठाना चाहते हैं तो अपने बच्चों के नाम पर भी एकाउंट खुलवा सकते हैं. इसकी मदद से आप बच्चों के भविष्य के लिए अच्छा फंड तैयार कर सकते हैं।
पति-पत्नी दोनों एक-एक बच्चे के लिए खोल सकते हैं खाता
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के नियमों के मुताबिक एक व्यक्ति अपने नाम पर केवल एक ही पीपीएफ खाता खुलवा सकता है. हालांकि, आप अपने बच्चों के नाम पर भी खाता खुलवा सकते हैं लेकिन इसमें भी ध्यान देने वाली बात यह है कि एक अभिभावक एक ही बच्चे के नाम पर पीपीएफ अकाउंट खोल सकता है. अगर किसी के दो बच्चे हैं तो एक नाबालिग बच्चे का PPF अकाउंट मां और दूसरे का पिता खुलवा सकता है. इस तरह आप अपनी बचत के पैसे जमा करके पीपीएफ के जरिए मिलने वाले कई लाभ उठा सकते हैं।
इतनी होगी निवेश की लिमिट
अगर आप अपने बच्चों के नाम पर पीपीएफ खाता खुलवाते हैं तो उसमें भी एक फाइनांशियल ईयर में कम से कम 500 और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा करवा सकते हैं. लेकिन अगर मां-पिता का खुद का पीपीएफ अकाउंट भी है तो उनके खुद के अकाउंट और बच्चे के पीपीएफ अकाउंट, दोनों में मिलाकर अधिकतम निवेश की लिमिट 1.5 लाख रुपए सालाना ही रहेगी. बता दें कि पीपीएफ अकाउंट 15 साल में मैच्योर होता है. 15 साल बाद आप इससे पूरा पैसा निकाल सकते हैं. वहीं आपको इसे 5-5 साल के लिए बढ़ाने का भी ऑप्शन मिलता है।
ऐसे खोल सकते हैं बच्चों का पीपीएफ अकाउंट
बच्चे के नाम पर पीपीएफ अकाउंट खोलने के लिए आपको कुछ दस्तावेजों की जरूरत होती है. जिसमें बच्चे की फोटो, बच्चे का आयु प्रमाण पत्र (आधार या जन्म प्रमाण पत्र) अभिभावक के केवाईसी दस्तावेज और शुरुआती योगदान के लिए एक बैंक चेक आदि शामिल है. बच्चे की उम्र 18 साल हो जाने के बाद अकाउंट का स्टेटस बदलने के लिए आवेदन करना होता है. इसके बाद वह खुद अपना अकाउंट हैंडल कर सकता है।