श्री दरबार साहिब और श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज को निशाना बनाकर फैलाई गई झूठी अफवाहें, पुलिस ने कसा शिकंजा
देहरादून। सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट डालकर धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वाले ब्लैकमेलर अमित तोमर के खिलाफ पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है। अपराध संख्या 174/25 के तहत धारा 299, 351(1), 352, 353(2) में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अमित तोमर की गिरफ्तारी कभी भी संभव है और उसका जेल जाना लगभग तय माना जा रहा है।
श्री दरबार साहिब के खिलाफ फैलाई झूठी जानकारी
सूत्रों के मुताबिक, अमित तोमर ने पहले मातावाला बाग को लेकर सोशल मीडिया पर झूठी व भ्रामक जानकारियां साझा कीं। इसके बाद उसने श्री दरबार साहिब के गद्दीनशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट डालकर माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया। पुलिस जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि अमित तोमर पहले भी जालसाजी और ब्लैकमेलिंग जैसी हरकतों में लिप्त रहा है।
वन विभाग ने झूठे दावों को किया खारिज
अमित तोमर द्वारा पेड़ों की कटाई को लेकर उठाए गए आरोपों को वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुँचकर सिरे से खारिज कर दिया। जब यह झूठ सामने आया, तो अमित तोमर ने श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल को अपना निशाना बनाया और वहां के चिकित्सा अधीक्षक व स्टाफ के खिलाफ षड्यंत्र रचा, जो नाकाम रहा।
फर्जी लाइसेंस और बार काउंसिल की सख्ती
सूत्रों के अनुसार, बार काउंसिल जल्द ही अमित तोमर का वकालत का लाइसेंस निरस्त कर सकती है। यहां तक कि उसके लाइसेंस को फर्जी भी बताया जा रहा है।
ब्लैकमेलिंग के और भी मामले आए सामने
श्री दरबार साहिब प्रबन्धन को कई ऐसे लोगों ने संपर्क किया है जो अमित तोमर की ब्लैकमेलिंग के शिकार हो चुके हैं। हिन्दू रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष ललित शर्मा और प्रदेश सचिव संजीव कुकरेजा ने दरबार साहिब का समर्थन करते हुए अमित तोमर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। संजीव कुकरेजा ने खुलासा किया कि अमित तोमर उनसे साढ़े चार लाख रुपये की ठगी कर चुका है।
वरिष्ठ नागरिकों के भ्रमण पर कोई रोक नहीं
प्रशासन की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि मातावाला बाग में वरिष्ठ नागरिकों के सैर-भ्रमण पर कोई रोक नहीं है। इच्छुक लोग श्री दरबार साहिब कार्यालय से पास बनवाकर वहां भ्रमण कर सकते हैं।
एसएसपी का कड़ा रुख
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने स्पष्ट कहा है कि धार्मिक स्थलों को बदनाम करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इस तरह की हरकतें सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ती हैं और इनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।