प्रदेश में लगातार दूसरी बार प्रचंड बहुमत में आई भाजपा ने सरकार बनते ही प्रदेश के बेरोजगारों को एक बड़ा झटका दिया है।
बेरोजगारी जैंसे अहम मुद्दे पर बहुमत से चुनाव जीतकर पुनः सत्ता में आई भाजपा ने सरकार बनते ही दून मेडिकल कॉलेज में कोरोना की पहली लहर में नियुक्त किए गए 462 आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को 31 मार्च तक बाहर करने का फैसला किया है।
कोरोना की प्रथम लहर के दौरान मार्च 2020 में 462 कर्मचारियों की नियुक्ति का शासनादेश जारी किया गया था। 11 माह के उपरांत 2021 में सरकार द्वारा इन कर्मचारियों को बाहर किया जा रहा था लेकिन उत्तराखंड क्रांति दल के व्यापक आंदोलन के बाद इन युवाओं का कार्यकाल मार्च 2022 तक बढ़ाया गया था।
अब सरकार में पुनः वापसी के बाद इन युवाओं को किक आउट कर दिया गया है। जबकि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में इन कर्मचारियों के साहसिक कार्य द्वारा ही सरकार महामारी को नियंत्रित करने में सफल हुई थी। चुनाव के बाद पुनः सरकार बनते ही बाहर हुए यह आउटसोर्सिंग कर्मचारी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।