पंजाब के सीएम भगवंत मान ने भ्रष्टाचार में लिप्त अपने ही मिनिस्टर को गिरफ्तार कराया है।
पंजाब के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने शानदार वापसी की। जिससे खुश होकर आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राज्य की सत्ता की कमान भगवंत मान को सौंप दी।पंजाब के सीएम भगवंत मान ने अपने करीबी डॉ विजय सिंगला को
कैबिनेट में स्वास्थ्य मंत्री बनाया। अचानक सिंगला मंत्री पद पाकर भ्रष्टाचार के कार्यों में लिप्त हो गए। यही गलती उनके लिए अब पूरा राजनीतिक करियर तबाह कर गया।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे डॉ. विजय सिंगला को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया गया है। विजय सिंगला स्वास्थ्य विभाग में हर काम और टेंडर के बदले 1 प्रतिशत कमीशन मांग रहे थे।
इसकी शिकायत मुख्यमंत्री भगवंत मान तक पहुंची थी। उन्होंने इसकी जांच कराई। अफसरों से पूछताछ की, फिर मंत्री सिंगला को तलब किया गया। मंत्री ने गलती मान ली, इसके बाद उन्हें बर्खास्त किया गया।
इसके बाद मंत्री के खिलाफ केस दर्ज कर पंजाब पुलिस ने सिंगला को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद अब सिंगला की आम आदमी पार्टी से भी छुट्टी करने की तैयारी है। पंजाब आप के प्रवक्ता मालविंदर कंग ने कहा कि दागी लोगों की आम आदमी पार्टी में कोई जगह नहीं है।
फिलहाल मंत्री रहे सिंगला की इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। विजय सिंगला पर अधिकारियों से ठेके पर एक फीसदी कमीशन की मांग करने और भ्रष्टाचार में लिप्त होने की शिकायतें आ रही थीं।
विजय सिंगला के भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप को लेकर पुख्ता सबूत मिलने के बाद सीएम भगवंत मान ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
सीएम मान ने विजय सिंगला को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने का एलान करते हुए पंजाब पुलिस को भी सिंगला के खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दिए थे।