उत्तराखंड सचिवालय में सोमवार को एक अजीबोगरीब घटना घटी, जब मुख्यमंत्री के आगमन के दौरान एक व्यक्ति ने ‘देवता आने’ का नाटक किया। इस अचानक हुए घटनाक्रम से सीएम की सुरक्षा में तैनात अधिकारी और जवान तुरंत सतर्क हो गए और व्यक्ति को अलग ले जाया गया।
जांच के बाद पता चला कि यह व्यक्ति वीरेंद्र दत्त भट्ट है, जो राज्य संपत्ति विभाग में ड्राइवर के पद पर कार्यरत है। जांच में यह भी सामने आया कि वीरेंद्र दत्त भट्ट पर 60,000 रुपये से अधिक की पेनल्टी बकाया है, जो उन्हें सरकारी डीजल में गड़बड़ी के आरोप में दी गई थी। पहले उनके निलंबन की सिफारिश की गई थी, लेकिन किसी कारणवश वह लागू नहीं हो सकी। आखिरकार, उनकी वेतन से रिकवरी का निर्णय लिया गया।
सूत्रों के अनुसार, वीरेंद्र दत्त भट्ट का व्यवहार पहले भी विवादों में रहा है, और उनके आचरण के कारण कई अधिकारी उनसे दूरी बनाए रखते हैं। राज्य संपत्ति विभाग के कई अधिकारियों ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की थी। बताया जा रहा है कि इससे पहले भी उन्होंने कई अधिकारियों के साथ अभद्रता की थी।
यह घटना सचिवालय में चर्चा का विषय बनी हुई है, और संबंधित अधिकारी मामले की गहन जांच में जुट गए हैं।
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