उत्तराखंड में तमाम सियासी भविष्यवाणियां फेल साबित हुई और ऐसा लग रहा था कि अध्यक्ष पद पर गणेश गोदियाल के नाम पर पुनः सहमति बनेगी, परंतु ऐसा नहीं हुआ और करन माहरा को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया।
इस बार कांग्रेस पार्टी के निर्णयों में बड़ा परिवर्तन दिखाई दिया। पार्टी ने गढ़वाल कुमाऊं के संतुलन के बजाय कांग्रेस पार्टी ने कुमाऊं से ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के रूप में यशपाल आर्य की ताजपोशी की।
अमूमन ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है जब नेता प्रतिपक्ष और पार्टी का अध्यक्ष एक ही क्षेत्र से हो।
विधानसभा चुनाव में हुई करारी हार को देखते हुए पार्टी हाईकमान ने करण माहरा के नाम पर सहमति जताई है।
सियासी समीकरण बता रहे हैं कि कहीं ना कहीं गणेश गोदियाल के नाम पर सहमति बनाने की बात सामने आ रही थी, परंतु आज सारे सियासी समीकरण बदल गए और कांग्रेस को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया।
यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि करन माहरा और यशपाल आर्य की जोड़ी क्या कांग्रेस की बढ़ती हुई गुटबाजी को थाम पाएगी। क्योंकि कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता अभी भी हार का का ठीकरा एक-दूसरे के सर फोड़ रहे हैं। और चुनावी हार पर मंथन का कार्यक्रम जारी है।