ब्यूरो न्यूज़ उत्तराखंड ब्रॉडकास्ट
आज रक्षाबंधन का पर्व हैं और हर बहन को उसकी रक्षा का वादा हर भाई ने देना हैं,लेकिन ऐसा होना अब समाज के बीच संभव नहीं लगता समाज के अंदर इंसान के रूप में बैठे हैवान आपकी बहन को कहीं भी कभी भी मिल सकते हैं और उसकी आबरू से खेलना शुरू कर सकते हैं इसके लिए उन्हें किसी सुनसान जगह की जरूरत नहीं बल्कि वह इन सबके लिए सरकारी बिल्डिंगों का प्रयोग भी कर लेते हैं,इसलिए हमने लिखा हैं आपकी बहन आपकी बेटी कहीं भी सुरक्षित नहीं।
मामला 17 अगस्त शनिवार को देर रात्रि का हैं सुशीला तिवारी में भर्ती एक महिला मरीज की तीमारदार जिसकी उम्र 17 वर्ष हैं वह अस्पताल में चाची की सेवा करने आई हुई थी,देर रात करीब 11 बजे वह अस्पताल में वार्ड के बाहर ही टहल रही तो एक पुलभट्टा निवासी जावेद ने उससे वाशरूम का रास्ता पूछा,और उसे चौथी मंजिल पर ले गया वहां जाकर ये दरिंदा लड़की को छेड़ने लगा,और जबरदस्ती करने लगा।
इस पर जब वह लड़की चिल्लाने लगी तो जावेद ने लड़की को जान से मारने और उसके परिवार को मारने की धमकी देना शुरू कर दिया लड़की इस पर घबराई नहीं और तेजी से चिल्लाने लगी,जिसके बाद अस्पताल में आसपास के अन्य लोग पहुंचे।
इसकी सूचना सुरक्षा गार्ड्स को दी गई,सुरक्षा गार्ड्स द्वारा जावेद को पड़कर पुलिस को सौंप दिया गया पुलिस ने चालान कर जावेद को गिरफ्तार कर लिया।
अब मामला पूरे शहर की चर्चाओं में है सरकारी अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े होने लगे हैं,आपको बताते चलें हमने पहले भी लिखा है अस्पताल में जो रैंप बनी है मरीजों को लाने जाने के लिए उसका इस्तेमाल नशा करने के लिए रात भर होता रहता है,सुरक्षा गार्ड उसे रास्ते पर घूमते भी नहीं है और आपको बताते चलें अस्पताल में सीसीटीवी व्यवस्था बुरी तरह चरमराई हुई है।
जहां पर लाइट नहीं है वहां सीसीटीवी है ही नहीं,कहीं ना कहीं इस तरह की घटना के बाद अब उम्मीद की जा सकती है कि अस्पताल प्रशासन जागेगा और सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम करेगा।
क्योंकि इससे पूर्व सुशीला तिवारी अस्पताल में भी कई बार देखा गया है अस्पताल से मरीज भाग जाते हैं क्योंकि वहां पर सुरक्षा व्यवस्था ठीक नहीं।