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अल्मोड़ा जनपद में एक अमानवीय कृत्य सामने आया है।यहां मासूम बच्चों के सिर में लीसा उड़ेला गया। यह लीसा ठेकेदार के नेपाली कर्मचारियों का कारनामा है।
अल्मोड़ा: ग्राम पंचायत टिटरी व ग्राम गुरना, तहसील स्यालदे से एक इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है, गांव के ही कुछ मासूम वन विभाग जौरासी ग्राम पंचायत सानेभीरा,ग्राम चोना के जंगल में गए हुए थे और बचपने के चलते उनके द्वारा चीड़ के पेड़ से निकलने वाले कुछ लीसा के गमले फैंक दिए गए बदले में ठेकेदार द्वारा सभी बच्चो को लाइन में खड़ाकर उनके सिर पर लीसा के गमले उड़ेल दिए। ठेकेदार ने मासूमों को सजा देने से पहले एक बार भी ये नही सोचा कि इससे बच्चो की आँखों और त्वचा पर बुरा असर पड़ सकता था।
पहले ठेकेदार द्वारा उन बच्चों के माता-पिता का नाम पूछा गया, जिसके बाद उसने जिंदगी भर सबक सिखाने के लिए उन बच्चों पर लीसा से भरी कुप्पी से उन्हें नहला दिया। जिसके बाद ठेकेदार ने खुद वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ा।
यूकेडी के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल ने लीसा ठेकेदार द्वारा लीसा उड़ेलने पर बाल विकास सचिव से कार्यवाही की मांग की है।साथ ही यूकेडी नेता शिवप्रसाद सेमवाल ने सचिव हरिश्चंद सेमवाल को ज्ञापन भेजकर उत्तराखंड सरकार से निवेदन किया है कि इसका संज्ञान लेकर कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
खानपुर विधायक उमेश कुमार ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से ऐसे ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। वही सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने लोगों में गुस्सा फूट पड़ा और लोग ठेकेदार के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग उठा रहे हैं। इस पूरे प्रकरण पर अभी तक बाल संरक्षण आयोग एवं स्थानीय पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं करी है। जिसको लेकर जनता में भारी आक्रोश है।