एक पत्रकार को भूमाफिया के खिलाफ खबरें लिखना पड़ा भारी, गोली मारकर हत्या
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में एक पत्रकार को भू माफिया और गो तस्करों के खिलाफ खबर लिखना भारी पड़ गया है।
सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि जब एक पत्रकार ने गोतस्कर और भूमाफिया के खिलाफ खबर लिखी तो पत्रकार की दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी गई है।
सुबह के टाइम जब पत्रकार अपने बुलेट से किसी काम के लिए बाहर निकले तो इसी दौरान घटना को अंजाम दिया गया है यह भी बताया जा रहा है कि पत्रकार के सीने में चार गोलियां मारी गई है। पत्रकार की हत्या के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल है। साथ ही कई थानों की फोर्स मौके पर बुलाई गई है।
बताया जा रहा है कि आशुतोष श्रीवास्तव (48) यूट्यूब चैनेल चलते थे। अक्सर वे गोतस्करों और भूमाफियाओं के खिलाफ खबरें लिखते थे।
मृतक पत्रकार का नाम आशुतोष श्रीवास्तव बताया गया है। भरे बाजार में बदमाशो के भाग जाने से पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लोग उगंलिया उठा रहे हैं। इस घटना को लेकर पत्रकारों में भारी रोष है।
जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि पत्रकार सुबह करीब साढ़े 9 बजे किसी काम से थाना क्षेत्र के ही इमरानगंज बाजार बुलेट पर सवार होकर जा रहे थे। इसी बीच बाइक सवार कुछ युवकों ने उन्हें किसी बहाने से रोक लिया। बुलेट रुकते ही बाइक सवार युवकों ने गोलियां बरसानी शुरु कर दी। ओर आशुतोष वहीं गिर पड़े। गोलियों की तड़तड़ाहट सुन लोग उस तरफ दौड़े लेकिन बदमाश भाग निकले। खबर लगते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। बदमाशों को पकड़ने की लिए टीम लगाई गई लेकिन हाथ खाली ही रहे।
आशुतोष ने मांगी थी सुरक्षा
आशुतोष अपनी खबरों को लेकर लगातार गोतस्करों और भूमाफियाओं की आंख में खटक रहे थे। लगातार उन्हें इसके फीडबैक भी मिल रहे थे। और इसी वजह से अपने ऊपर हमला होने की भनक आशुतोष को पहले ही लग चुकी थी। पता चला है कि उन्होंने एक माह पहले ही सीओ शाहगंज और थाना प्रभारी शाहगंज से जान व माल की रक्षा के लिए गुहार लगाई थी। उनकी गुहार पर ध्यान नहीं दिया गया।
पत्रकारों की हत्या के बाद पत्रकारों में भारी रोष
पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या के बाद जिले भर के पत्रकारों में आक्रोश फैल गया। शाहगंज के पत्रकार अस्पताल पहुंच गए। वहां पुलिस टीम से उनकी कहासुनी हुई। ज़िला मुख्यालय पर भी पत्रकारों ने घटना की निंदा करते हुए विरोध दर्ज कराया। अब इस घटना को लेकर लोगों के बीच विवाद गहरा गया है।