उत्तराखंड में धोखाधड़ी के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं । आए दिन धोखाधड़ी और ठगी के नए मामले सामने आते ही रहते हैं।
ताजा मामला पिथौरागढ़ का है जहां चार युवतियों से एक अभियुक्त ने लोक निर्माण विभाग में कनिष्ठ सहायक के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रूपयों की धोखाधड़ी की।
युवतियों द्वारापैसा वापस मांगने पर अभियुक्त उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहा था।
23 मई को साइबर सैल पिथौरागढ़ में ऑनलाइन शिकायत प्राप्त हुई कि खीमानन्द नैनवाल द्वारा पिथौरागढ़ निवासी श्रीमती पुष्पा, श्रीमती सुनीता, श्रीमती ज्योती, श्रीमती प्रगति से पीडब्लूडी में कनिष्ठ सहायक के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर कुल पांच लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई है।
खीमानन्द द्वारा शिकायतकर्ताओं को 29 नवंबर 2016, फरवरी 2018, मई 2019 को इंटरव्यु हेतु देहरादून भी बुलाया गया परन्तु परीक्षा तिथि रद्द हो जाने का बहाना बनाकर वापस भेज दिया गया।
साइबर सैल की मदद से कोतवाली पिथौरागढ़ पुलिस ने अभियुक्त को उद्यमसिंहनगर से गिरफ्तार कर लिया है।
तहरीर के आधार पर कोतवाली पिथौरागढ़ में धारा 420/506 मुकदमा दर्ज किया गया ।
उपनिरीक्षक बसन्त पन्त के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा साइबर सैल की मदद से 23 जुलाई को अभियुक्त खीमानन्द नैनवाल पुत्र देवी दत्त नैनवाल निवासी नियर हाइडिल गेट तुलसीनगर थाना काठगोदाम को उद्यमसिंहनगर से गिरफ्तार किया गया।