देहरादून। यूकेएसएसएससी का फर्जी नियुक्ति पत्र जारी करने पर हैड कांस्टेबल के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अनुभाग अधिकारी प्रमित सिंह अधिकारी ने रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि सचिव, उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के व्हाटसएप पर स्नातक स्तरीय परीक्षा में आठ अभ्यर्थियों को नामांकित करते हुए फर्जी नियुक्ति पत्र प्राप्त हुआ।
उक्त पत्र की जांच के लिए कार्यालय के पत्र द्वारा उप महानिरीक्षक, एस.टी.एफ. (साईबर सेल), देहरादून को अनुरोध पत्र प्रेषित किया गया। इसी क्रम में आयोग के 20 दिसम्बर, 2023 पुनः उप महानिरीक्षक, एस.टी.एफ. (साईबर सेल), देहरादून को पत्र प्रेषित कर जांच आख्या उपलब्ध कराने हेतु अनुरोध किया गया।
पुलिस उप महानिरीक्षक, एस.टी.एफ., उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय, देहरादून ने अपने पत्र 20 दिसम्बर, 2023 के द्वारा अवगत कराया है कि उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा 9 जुलाई 2023 को विभिन्न पदों पर चयन हेतु लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें महिला अभ्यर्थी माया खंकरियाल, भी सम्मिलित हुई थी, जो उक्त लिखित परीक्षा में सफल नहीं हुई।
उक्त महिला अभ्यर्थी की ई मेल आईडी पर आयोग की मिलती-जुलती ईमेल आईडी से एक फर्जी नियुक्ति पत्र प्रेषित किया गया था, जिसके सम्बन्ध में जांच की गई तो ज्ञात हुआ कि उक्त ईमेल आईडी 31वीं वाहिनी पी.ए.सी. रुद्रपुर में नियुक्त हैड कांस्टेबल मनोज भटृ द्वारा अपने मोबाईल फोन से बनाया गया था।
मनोज भटृ द्वारा उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की फर्जी भ्रामक ईमेल आईडी बनाकर नियुक्ति सम्बन्धी फर्जी कूटरचित दस्तावेज तैयार कर महिला अभ्यर्थी माया खंकरियाल को भेजकर धोखाधड़ी का संज्ञेय अपराध किया गया। जांच आख्या से स्पष्ट है कि सम्बंधित व्यक्ति द्वारा कूटरचना कर आयोग की छवि धूमिल करने का कुत्सित प्रयास किया गया है।
आयोग द्वारा संदर्भगत प्रकरण में प्राथमिकी दर्ज किए जाने का निर्णय गया है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुर्नरावृत्ति न हों। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।