देहरादून: उत्तराखंड में चल रहे धर्मांतरण मामले की जांच के दौरान एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। पुलिस की जांच में आरोपी अयान जावेद का आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) से जुड़ाव पाया गया है। झारखंड एटीएस ने उसे पहले ही अवैध हथियारों और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किया था। वर्तमान में वह रांची की सेंट्रल जेल में बंद है और दून पुलिस जल्द ही वारंट-बी के तहत उसे देहरादून लाने की तैयारी कर रही है।
कैसे खुला कनेक्शन का राज
रानीपोखरी निवासी एक पीड़िता से काउंसलिंग के दौरान अयान जावेद का नाम सामने आया। पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने उसे मोबाइल, सिम और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए धर्म परिवर्तन और घर छोड़ने के लिए उकसाया था। जांच टीम को पता चला कि अयान और उसकी पत्नी शबनम प्रवीन दोनों HUT से जुड़े हैं और सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को गुमराह कर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के लिए प्रेरित करते थे।
आगरा कनेक्शन भी आया सामने
इस केस में आगरा पुलिस ने छह अन्य आरोपियों—अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र पाल सिंह (दिल्ली), एसबी कृष्णा उर्फ आयशा माहेनूर (गोवा), अब्दुर्रहमान उर्फ रूपेंद्र सिंह उर्फ प्रताप सिंह (मैनपुरी), अबु तालिब (मुजफ्फरनगर), अब्दुल रहीम (दिल्ली) और अब्दुल्ला (दिल्ली)—को गिरफ्तार किया है। पीड़िताओं ने सभी की शिनाख्त की है, जिसके बाद संगठित अपराध और आपराधिक षड्यंत्र की धाराएं भी जोड़ी गईं।
दुबई में छिपा एक और आरोपी
प्रेमनगर थाने में दर्ज मुकदमे में नामजद आरोपी सुलेमान का मूल घर देहरादून में है, लेकिन वह इस समय दुबई में रह रहा है। पुलिस ने उसके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी करने के लिए गृह मंत्रालय से संपर्क किया है।
एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, एसआईटी ने पीड़िताओं और गवाहों के बयान लेकर, फोटो शिनाख्त कराई और अब इस पूरे नेटवर्क को बेनकाब करने के लिए राष्ट्रीय और अंतरराज्यीय स्तर पर कार्रवाई जारी है।
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