डीएम सविन बंसल के प्रयासों से जनपद में महिला सशक्तिकरण और स्थानीय उत्पादों को मिल रहा नया प्लेटफार्म
देहरादून,
“बुलंद हो हौसला, तो क्या चीज़ संभव नहीं!” — इस सोच को ज़मीनी हकीकत में बदलते हुए देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल ने जनपद में आत्मनिर्भरता और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए आधुनिक हिलांस आउटलेट्स की एक नई श्रृंखला की शुरुआत की है। यह पहल मा. मुख्यमंत्री द्वारा लिए गए “आत्मनिर्भर इजा-बेणी संकल्प” को मूर्त रूप देती है।
तीन स्थानों पर आउटलेट्स तैयार, मुख्यमंत्री करेंगे लोकार्पण
कलेक्ट्रेट परिसर, कोरोनेशन अस्पताल और पर्यटन स्थल गुच्चुपानी में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा संचालित तीन आधुनिक हिलांस आउटलेट्स पूरी तरह तैयार हो चुके हैं। इनका शीघ्र ही मा. मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण किया जाएगा। चौथा आउटलेट सुद्धोवाला में पंचायत घर के समीप बनाया जा रहा है।
प्रत्येक आउटलेट से 25 परिवार होंगे सशक्त
इन आउटलेट्स से हर स्थान पर कम से कम 25 महिलाओं को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा, जिससे उनके परिवार की आर्थिकी मजबूत होगी। साथ ही, स्थानीय पारंपरिक पहाड़ी उत्पादों को एक सशक्त बाजार मिलेगा।
आधुनिक सुविधाओं से युक्त, जनमानस को मिलेगा स्वच्छ एवं पौष्टिक भोजन
इन कैफे/रेस्टोरेंट्स में स्थानीय स्वादों को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्वच्छ, पौष्टिक व आर्गेनिक आहार की व्यवस्था की गई है। कोरोनेशन अस्पताल में तीमारदारों को सुविधा मिलेगी, कलेक्ट्रेट परिसर में आमजन को स्थानीय उत्पाद सुलभ होंगे, जबकि गुच्चुपानी जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल पर पर्यटकों को पहाड़ी व्यंजन और उत्पादों का अनुभव मिलेगा।
नैनीताल मॉडल का विस्तार देहरादून में
नैनीताल में डीएम रहते हुए सविन बंसल द्वारा 15 सफल हिलांस आउटलेट्स शुरू कराए गए थे, जो आज भी महिला समूहों द्वारा संचालित किए जा रहे हैं। उसी मॉडल को अब देहरादून में उतारा गया है।
80 लाख की प्रारंभिक लागत, भविष्य में और विस्तार की योजना
इस परियोजना के पहले चरण में लगभग 80 लाख रुपये की लागत से चार स्थानों पर हिलांस आउटलेट्स स्थापित किए जा रहे हैं। योजना का उद्देश्य केवल रोजगार सृजन नहीं, बल्कि स्थानीय उत्पादों के लिए स्थायी विपणन मंच तैयार करना भी है।
महिला समूहों की आर्थिकी होगी सशक्त
इन आधुनिक आउटलेट्स के माध्यम से महिला स्वयं सहायता समूहों को न केवल आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाने का अवसर मिलेगा, बल्कि उनके उत्पादों को राज्य स्तर पर पहचान भी मिलेगी।
निष्कर्ष
जिलाधिकारी सविन बंसल की यह पहल एक ऐसा नवाचार है, जिसमें प्रशासनिक दूरदर्शिता, महिला सशक्तिकरण, स्थानीय संस्कृति और जनसुविधा — सभी पहलुओं का सुंदर समावेश है। निश्चित ही, यह मॉडल पूरे राज्य के लिए एक प्रेरणा बनेगा।