देहरादून: दीपावली के दिन देहरादून के रायपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एटीएस कॉलोनी में पटाखा फोड़ने के विवाद के दौरान एक व्यक्ति द्वारा शस्त्र लहराने का मामला सामने आया। जिलाधिकारी सविन बंसल ने इस प्रकरण पर त्वरित संज्ञान लेते हुए आरोपी का शस्त्र जब्त कर लिया और लाइसेंस को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई भी प्रारंभ कर दी गई है।
पटाखा जलाने के विवाद में तैस में आकर दिखाई बंदूक
घटना 19 अक्टूबर 2025 की है, जब एटीएस कॉलोनी में दीपावली के अवसर पर पटाखा फोड़ने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। विवाद के दौरान पुनीत अग्रवाल पुत्र मदन मोहन अग्रवाल, निवासी 144-एल, एटीएस कॉलोनी, निकट आईटी पार्क, देहरादून ने तैस में आकर अपना लाइसेंसी शस्त्र लहरा दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा जिलाधिकारी को भेजी गई रिपोर्ट में उल्लेख किया गया कि मामूली विवाद में लाइसेंसी शस्त्र का इस प्रकार प्रदर्शन करना अत्यंत लापरवाहीपूर्ण कृत्य है।
डीएम ने किया लाइसेंस निलंबित, शुरू हुई निरस्तीकरण की कार्रवाई
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी सविन बंसल ने तत्काल प्रभाव से शस्त्र जब्त करने और लाइसेंस निलंबित करने के आदेश दिए। साथ ही उन्होंने शस्त्र लाइसेंस संख्या 597/थाना रायपुर (UIN नं. 335601004165002023) के निरस्तीकरण की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है।
डीएम ने दोनों पक्षों को तलब करते हुए स्पष्ट किया कि ऐसे मामलों में भविष्य में शस्त्र के दुरुपयोग की संभावना को देखते हुए प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा।
कानून से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा: डीएम
जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि “कानून से खिलवाड़ जिले में किसी भी स्थिति में मंजूर नहीं है। लाइसेंस धारक यदि निर्धारित शर्तों का उल्लंघन करते हैं या शस्त्र का अनुचित प्रयोग करते हैं, तो उनके विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।”
मामले की पृष्ठभूमि
रायपुर थाना प्रभारी की रिपोर्ट के अनुसार, एटीएस कॉलोनी में दीपावली की रात दो पक्षों में पटाखा जलाने को लेकर विवाद हुआ था। शांति एवं कानून-व्यवस्था बनाए रखने के दृष्टिगत पुलिस ने दोनों पक्षों का चालान धारा 126/135 बीएनएसएस के अंतर्गत न्यायालय को भेजा।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस एवं प्रशासन ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए शस्त्र जब्त किया और लाइसेंस निलंबन के साथ निरस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू की है।
निष्कर्ष
प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि जिले में शस्त्र का दुरुपयोग या कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। मामूली विवादों में हथियार दिखाने जैसी घटनाएं समाज में भय का वातावरण बनाती हैं, जिन्हें रोकने के लिए प्रशासन सख्त रुख अपनाएगा।












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