स्पेशल इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (SIB) की छापेमारी में बड़ा खुलासा
उत्तराखंड में टैक्स चोरी को लेकर राज्य कर विभाग का अभियान तेज हो गया है। हाल ही में देहरादून में उत्तराखंड अर्बन सेक्टर डेवलपमेंट एजेंसी (UUSDA) के अंतर्गत सीवरेज का काम करने वाले एक ठेकेदार की 1 करोड़ रुपये की कर चोरी पकड़ी गई। फर्जी बिलिंग के जरिए इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का लाभ उठाकर ठेकेदार सरकार को चूना लगा रहा था। राज्य कर विभाग की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (SIB) ने शुक्रवार को ठेकेदार के ठिकानों पर छापा मारा। कार्रवाई से घबराकर ठेकेदार ने मौके पर ही 50 लाख रुपये कैश में जमा करा दिए।
फर्जी बिलिंग से ITC का खेल
अपर आयुक्त गढ़वाल पीएस डुंगरियाल और संयुक्त आयुक्त अजय कुमार के नेतृत्व में SIB की टीम ने ठेकेदार के कार्यस्थल पर छापेमारी की। जांच के दौरान सामने आया कि ठेकेदार ने फर्जी खरीद दिखाकर ITC का लाभ लिया था। खास बात यह रही कि जिन फर्मों से खरीद दिखाई गई थी, उनका GST पंजीकरण पहले ही रद्द हो चुका था। यह साफ संकेत था कि ठेकेदार ने सरकार को चूना लगाने के लिए फर्जी बिलों का सहारा लिया।
आधी रात तक चली कार्रवाई
एसआईबी की टीम ने देर रात तक छानबीन जारी रखी। कार्रवाई का शिकंजा कसता देख ठेकेदार ने मौके पर ही 50 लाख रुपये कैश में जमा करा दिए, ताकि आगे की कार्रवाई से बच सके।
विभाग का अभियान रहेगा जारी
राज्य कर आयुक्त डॉ. अहमद इकबाल ने वित्तीय वर्ष के अंत को देखते हुए कर चोरी रोकने के लिए सघन अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को अधिकतम राजस्व प्राप्त हो, इसके लिए टैक्स चोरी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
छापेमारी टीम में ये अधिकारी रहे शामिल
इस कार्रवाई में उपायुक्त अजय बिरथरे के साथ सहायक आयुक्त टीका राम चन्याल, राज्य कर अधिकारी असद अहमद, कंचन थापा, डीएस रावत, भूपेंद्र सिंह जंगपांगी, राजेंद्र बड़वाल और नरेंद्र कुमार शामिल थे।