उत्तराखंड की कमान एक बार फिर से पुष्कर सिंह धामी को सौंप दी गई है। पुष्कर सिंह धामी के दोबारा सीएम बनने से पुलिसकर्मियों में उम्मीद की किरण दौड़ पड़ी।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने चुनाव के दौरान 4600 ग्रेड पे को लेकर
बड़ी बड़ी घोषणाएं कर चुके है।
सीएम ने चुनाव के दौरान कहा था कि पुलिसकर्मियों के ग्रेड पे का मामला सरकार बनने के एक माह के भीतर सुलझा दिया जाएगा।
पुष्कर सिंह धामी ने यह भी कहा कि सख्त भू कानून के मामले में भी उत्तराखंड के हित मे निर्णय लिया जाएगा। सीएम का नाम घोषित होने बाद भी सीएम का बड़ा बयान आया है उन्होंने कहा है कि वह अपने वादे पूरे करेंगे। अब उत्तराखण्ड की जनता और पुलिसकर्मियों को उन घोषणाओं के पूरा होने का इंतजार है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, पुष्कर सिंह धामी को विधानमंडल दल की बैठक में नेता चुना गया। जिसके बाद पुष्कर धामी ने कहा सबसे पहले पीएम मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने मुझ पर विश्वास करने और 5 साल तक उत्तराखंड के सीएम के रूप में काम करने का अवसर देने के लिए धन्यवाद।साथ ही उन्होंने एक बार फिर से राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने को लेकर प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा हम राज्य में समान नागरिक संहिता के कार्यान्वयन सहित सभी वादों को पूरा करेंगे। जिससे लोगों की उम्मीदें सीएम धामी से बढ़ गई है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड पुलिस में सबसे पहले वर्ष 2001 में भर्ती हुई थी। इस बैच के सिपाहियों को 20 साल की सेवा के बाद 4600 ग्रेड पे दिए जाने की बात कही गई थी। वर्ष 2021 में उन्हें बीस साल का समय हुआ तो सिपाहियों ने इसकी मांग शुरू की। पुलिसकर्मियों के परिजन सड़कों पर उतर आए। सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। मामले को लेकर सीएम धामी ने 21 अक्तूबर को पुलिस स्मृति दिवस पर इन सिपाहियों को सितंबर 2021 से 4600 ग्रेड पे का लाभ देने की घोषणा की थी।
लेकिन इसका शासनादेश जारी नहीं किया गया था। मामला कैबिनेट में भी पहुंचा। दो लाख रुपए एक मुश्त देने का ऐलान किया गया। जिसके बाद भी पुलिसकर्मियों के परिजनों ने आंदोलन की चेतावनी दी थी। अब देखना होगा सीएम धामी पुलिसकर्मियों को 4600 ग्रेड पे देते है या नहीं।