मुख्य बिंदु:
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मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिलाधिकारी सविन बंसल बटोली गांव पहुंचे
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खाईयुक्त और टूटी पगडंडियों को रातों-रात किया गया दुरुस्त
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सभी प्रभावित परिवारों को ₹3.84 लाख राहत राशि के चेक वितरित
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गांव में 15 दिनों में तैयार होगा अस्थायी हेलीपैड
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गर्भवती महिलाओं और शिशुओं के लिए नियमित मेडिकल दौरे की व्यवस्था
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स्कूल न जा सकने वाले बच्चों के लिए किराये के मकानों का सुझाव
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20 सोलर लाइट की मंजूरी और झूला पुल निर्माण का प्रस्ताव
राहत और भरोसे का आश्वासन: “प्रशासन हरदम आपके साथ है” – जिलाधिकारी
आपदा की सूचना मिलते ही मा0 मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को संवेदनशील क्षेत्रों तक त्वरित पहुंचने के निर्देश दिए। इसी क्रम में जिलाधिकारी सविन बंसल ने मिसराल पट्टी के बटोली गांव, जो कि पूर्णत: संपर्कविहीन हो गया था, में खुद पहुंचकर राहत कार्यों की मॉनिटरिंग की।
भीषण पगडंडी पार कर अंतिम बुजुर्ग महिला व बच्चों से मुलाकात कर उन्होंने आश्वासन दिया कि “अब ग्रामवासियों को कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है, प्रशासन हरदम यहीं उनके सामने खड़ा है।”
जो रास्ता महीनों में बनता, वो रातों-रात बना
बटोली गांव का संपर्क शेरू खाला के खतरनाक टीले के कारण टूट चुका था। प्रशासन ने युद्धस्तर पर कार्य करते हुए वह रास्ता रातों-रात तैयार कराया।
3.84 लाख की सहायता राशि मौके पर वितरित
प्रत्येक परिवार को ₹4,000 प्रतिमाह किराया देने के लिए एडवांस में कुल ₹3.84 लाख के चेक मौके पर ही सौंपे गए।
हेलीपैड, मेडिकल कैंप और स्कूलों के लिए वैकल्पिक इंतज़ाम
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15 दिनों में अस्थायी हेलीपैड बनाने हेतु स्थान चिन्हित करने के निर्देश
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गर्भवती महिलाओं व शिशुओं के लिए ANM द्वारा नियमित स्वास्थ्य परीक्षण
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बच्चों की शिक्षा बाधित न हो, इसके लिए स्कूल के पास मकान किराए पर लेकर पढ़ाई कराने का सुझाव
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कोटी-बटोली रोड और थान गांव तक वैकल्पिक मार्ग हेतु लोनिवि को सर्वे के निर्देश
सोलर लाइट, झूला पुल और अस्थायी मेडिकल इंतजाम
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20 सोलर लाइट्स डीएम कोटे से स्वीकृत कर मौके पर दिए निर्देश
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झूला पुल और स्थायी आवागमन व्यवस्था के लिए शासन को पत्र
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3.98 लाख रुपये तत्काल सुधार कार्य हेतु लोनिवि को दिए गए
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मेडिकल इमरजेंसी के लिए अस्थायी चिकित्सा व्यवस्था के निर्देश
निष्कर्ष:
बटोली गांव में प्रशासनिक तंत्र की संवेदनशीलता और तत्परता की यह कार्रवाई आपदा प्रबंधन की एक मिसाल है। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर जिलाधिकारी सविन बंसल ने जिस प्रकार से तुरंत पहुँचकर जमीनी कार्यवाही की, उससे ग्रामीणों को न सिर्फ राहत मिली, बल्कि प्रशासन पर भरोसा और गहरा हुआ।
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