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✍️ ब्यूरो रिपोर्ट, उत्तराखंड ब्रॉडकास्ट
हल्द्वानी। उत्तराखंड में जारी आंदोलनों को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के बयान पर विवाद गहराता जा रहा है। किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष किसान पुत्र कार्तिक उपाध्याय ने भट्ट के बयान की तीखी आलोचना करते हुए इसे आंदोलनकारियों का अपमान और सत्ता का अहंकार करार दिया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर आंदोलन “सड़क छाप” हैं, तो भाजपा को यह नहीं भूलना चाहिए कि वह भी आंदोलन की ही उपज है।
“क्या महेंद्र भट्ट ने कभी टेंट में रात बिताई?”
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के आंदोलनकारियों को “सड़क छाप” कहने पर कड़ा पलटवार करते हुए कार्तिक उपाध्याय ने कहा,
“महेंद्र भट्ट को शायद यह याद नहीं कि जिस पार्टी से वे आते हैं, वह भी एक आंदोलन की ही देन है। देशभर में आंदोलनों की बदौलत ही सत्ता परिवर्तन हुए हैं। खुद भाजपा सत्ता में आई तो इसकी जड़ में आंदोलन ही थे। मगर अब जब जनता अपनी आवाज़ बुलंद कर रही है, तो उसे दबाने का प्रयास हो रहा है।”
उन्होंने भट्ट से सवाल किया,
“क्या उन्होंने कभी सड़क पर संघर्ष कर रहे लोगों के बीच समय बिताया है? क्या वे कभी टेंट में रात गुजारकर आंदोलनों की पीड़ा समझ पाए हैं?”
“सत्ता की गोद में बैठे लोग आंदोलनकारियों का दर्द नहीं समझ सकते”
कार्तिक उपाध्याय ने कहा कि उत्तराखंड आंदोलन के बलिदानों से बना राज्य अब उन्हीं आंदोलनकारियों के अपमान का गवाह बन रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार और उसके नेता आंदोलनकारियों के खिलाफ इसी तरह अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करते रहे, तो इसका राजनीतिक परिणाम भाजपा को भुगतना पड़ेगा।
“आंदोलनकारियों को आत्मचिंतन भी करना होगा”
किसान नेता ने यह भी कहा कि सिर्फ सत्ता पर बैठे लोगों को ही दोषी नहीं ठहराया जा सकता, बल्कि आंदोलनकारियों को भी आत्मचिंतन करना चाहिए कि राज्य की यह स्थिति क्यों बनी। उन्होंने कहा कि सच्चे आंदोलनकारी ही सत्ता परिवर्तन का माद्दा रखते हैं और यदि वे संगठित हों, तो सरकार को झुकाने की ताकत रखते हैं।
“शहीद राज्य आंदोलनकारियों को नमन, अपमान बर्दाश्त नहीं”
अपने सोशल मीडिया पोस्ट में उपाध्याय ने #शहीद_राज्य_आंदोलनकारी_अमर_रहें लिखते हुए आंदोलनकारियों के संघर्ष को नमन किया और सरकार को चेतावनी दी कि अगर आंदोलनों को दबाने या अपमानित करने की कोशिश की गई, तो इसका जवाब जनता लोकतांत्रिक तरीके से देगी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर बढ़ता आक्रोश
गौरतलब है कि हाल ही में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने उत्तराखंड में हो रहे आंदोलनों को “सड़क छाप” बताया था, जिससे विभिन्न आंदोलनकारी संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं में जबरदस्त आक्रोश फैल गया है। अब इस बयान पर लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं और किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष कार्तिक उपाध्याय का यह कड़ा विरोध, आंदोलनकारियों के पक्ष में एक मजबूत आवाज़ के रूप में उभरा है।