आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े के चलते एक कालिंदी अस्पताल को 5 साल के लिए ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है।
भारत सरकार के द्वारा 23 सितंबर 2018 को पूरे देश में शुरू की गई आयुष्मान योजना का कालिंदी अस्पताल ने फर्जीवाड़ा करके मजाक बना दिया।
आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा करने पर राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने कालिंदी अस्पताल का नाम पांच साल के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया। प्राधिकारी के निदेशक प्रशासन डॉ. वीएस टोलिया ने आदेश जारी किए हैं।
कालिंदी अस्पताल में मरीजों के इलाज में फर्जीवाड़े का खुलासा प्राधिकरण ने ऑडिट में किया था।जिसमें सर्जरी के मामलों में 171 मरीजों के मेडिकल रिपोर्ट में डॉक्टर के फर्जी हस्ताक्षर किए गए। जबकि 410 मरीजों के इलाज में ओटी टेक्नीशियन से एनेस्थसिया दिया गया।
जिसके चलते प्राधिकरण ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ विकासनगर थाने में मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही अस्पताल के 11 करोड़ से अधिक के क्लेम को रद्द करने की कार्रवाई की गई और आयुष्मान योजना की सूचीबद्धता समाप्त की गई। अब प्राधिकरण ने अस्पताल को पांच साल के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया है।