रिपोर्ट- जगदम्बा कोठारी
ऋषिकेश। सरकार चाहे लाख दावे कर ले सरकारी अस्पतालों की स्थिति सुधारने के मगर हकीकत यह है सरकारी अस्पतालों पर जनता का भरोसा नहीं रह गया है। जिस कारण कई बार मरीजों की जान पर भी बन आती है। ऐसा ही एक मामला पंडित शांति प्रपंन शर्मा राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश से सामने आया है। जहां 56 वर्षीय धर्मवीर सिंह अपने पेट दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचे। बुधवार 9 अगस्त को राजकीय चिकित्सालय में उनका अल्ट्रासाउंड किया गया। जिसकी जांच रिपोर्ट बिल्कुल सामान्य आई एवं चिकित्सक उनके दर्द का कारण पता नहीं लगा पाए। जब उनका पेट दर्द कम नहीं हुआ तो वह ऋषिकेश स्थित निर्मल आश्रम अस्पताल गए। जहां प्राइवेट हॉस्पिटल में उनका दोबारा से अल्ट्रासाउंड किया गया और अब अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में उनके पेट में पथरी होना पाया गया। गुरुवार 10 अगस्त को चिकित्सकों द्वारा उनके पेट का सफल ऑपरेशन कर 10 एमएम की पथरी निकाली गई। जबकि राजकीय चिकित्सालय की लैब रिपोर्ट में उनकी स्थिति सामान्य होना बताया गया। ऑपरेशन के बाद धर्मवीर अब स्वस्थ हैं। लेकिन सरकारी अस्पतालों में लैब की जांच रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर बड़ा सवाल उठना लाजिमी है।