ऋषिकेश।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में आशा कार्यकत्रियों के खाने में कीड़े तैरते मिलने से कार्यकत्रियों का आक्रोश बढ़ गया और उन्होंने इसकी शिकायत मुख्य स्वास्थ्य अधिक्षक देहरादून से की है।
जानकारी के अनुसार डोईवाला विकासखंड के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग की ओर से न्याय पंचायत श्यामपुर और गुमानीवाला में तीन दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया था। शिविर के दौरान सभी आशा कार्यकत्रियों के लिए दोपहर भोजन की व्यवस्था भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई थी। लेकिन जैसे ही आशा कार्यकत्रियों को दोपहर का भोजन परोसा गया तो उसमें राजमा के साथ सफेद रंग के कीड़े तैरते साफ नजर आ रहे थे। साथ ही खाने के साथ दही भी दी गई थी जिससे की बहुत बदबू आ रही थी। इसे देखकर आशा कार्यकत्रियों का पारा गरम हो गया और उन्होंने कीड़े वाले खाने को लेकर हंगामा काट दिया।
उन्होंने इसकी तत्काल शिकायत मुख्य स्वास्थ्य अधीक्षक से कर दी। संगठन की प्रदेश महामंत्री ललितेश विश्वकर्मा ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से कर दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग करी। आशा कार्यकत्रियों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग मामले को दबाने में लगा है।
वहीं चिकित्सा अधीक्षक केएस भंडारी ने बताया है कि खाना डोईवाला स्थित चिकित्सालय की कैंटीन से मंगवाया गया था। खाने में कीड़े मिलने की शिकायत मिली है। जिसकी जांच कराई जा रही है। कल रविवार होने के चलते जांच में देरी हुई है। वहीं मामले में देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ० मनोज उप्रेती का कहना है कि पूरे प्रकरण पर आशा कार्यकत्रियों की शिकायत मिली थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने खाने की सैंपलिंग ली है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ऐसे में बड़ा प्रश्न यह उठ रहा है कि दूसरों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने वाला स्वास्थ्य विभाग ही स्वयं दूषित खाना बांट रहा है तो तो ऐसे में प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भरोसे ही है।